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यूपी सबसे बड़ी खबर: संभल में स्ट्रेचर नहीं मिलने पर वृद्ध मां पीठ पर लादकर ले गई बेटी को
उत्तर प्रदेश के संभल जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंदौसी से रेफर कर भेजी गई किशोरी को जिला अस्पताल में इलाज को दूर स्ट्रेचर भी नसीब नहीं हुआ। डॉक्टरों ने इलाज को लेकर हाथ खड़े करते हुए कहीं और ले जाने की सलाह दी तो बूढ़ी मां किशोरी को कंधे पर लादकर ले गई। बेटी को कंधे पर लादकर ले जा रही बूढ़ी मां को देख अस्पताल स्टाफ का दिल नहीं पसीजा।
क्या है मामला
बनियाठेर निवासी नफीस की 14 वर्षीय बेटी रानी पिछले कई माह से पेट में पानी भरने और शरीर में खून की कमी की समस्या से पीड़ित है। जिसकी वजह से रानी को चलने फिरने व उठने बैठने में भी परिजनों को सहारा लेना पड़ रहा है। शनिवार को अचानक से रानी की तबीयत बिगड़ी तो परिजनों ने उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंदौसी में भर्ती कराया।
हालत में सुधार नहीं होने पर डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार देकर रानी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। यहां आने के बाद डॉक्टर ने रानी के उपचार में असमर्थता जताते हुए दूसरे अस्पताल में दिखाने की बात कही। चलने फिरने से मजबूर रानी को जिला अस्पताल से बाहर जाने के लिए स्ट्रेचर भी नहीं दिया गया। जिसकी वजह से रानी की वृद्धा मां कौशर बेटी को अपनी पीठ पर लादकर जिला अस्पताल से बाहर तक लेकर आई। कौशर ने बताया कि नौ वर्ष पहले पति की मौत हो चुकी है। तीन बेटी और दो बेटे हैं जिसमें रानी दूसरे नंबर की है।
सरकारी एम्बुलेंस से हायर सेंटर क्यों नहीं किया गया रेफर
जिला संयुक्त चिकित्सालय में किशोरी के इलाज की व्यवस्था नहीं थी तो उसे हायर सेंटर रेफर किया जाना चाहिए था। इसके लिए सरकार ने एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस तक की सुविधा यहां दे रखी है लेकिन बूढ़ी मां को बेटी के इलाज के लिए यह एम्बुलेंस नहीं मिली।