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आईपीएस अजय कुमार पाण्डेय ने कही दिल को छूने वाली बात, आओ कुछ ऐसा कर जायें, पढ़िए पूरी कविता
शामली में अभी कुछ महीने पहले हुए बदलाब में जिले की कमान उत्तर प्रदेश सरकार ने 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी अजय कुमार पाण्डेय के हाथ सौंपी. एसपी का चार्ज लेते ही वही पहली प्रेस वार्ता होती है कहा जाता है कि जिले में अपराध किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा और चार दिन बाद जिला फिर उन्हीं पुराने ढर्रे से चलना शुरू हो जाता है. लेकिन इस बार एसा नहीं हुआ और अपराधियों में हडकम्प मच गया.
अबकी बार ठीक जौली एलएलबी -2 की तरह जज साहब ने कहा कि जब सबूत है तो निर्णय आज ही होगा. ठीक उसी तरह की अब कथनी एसपी अजय कुमार पाण्डेय की निकली और जनपद में ताबड़तोड़ अपराध पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया. आज पूरे देश में गणतंत्र दिवस की चंहूओर धूम मची हुई है तब इस आईपीएस अधिकारी की कलम से यह देश प्रेम की कविता निकल पड़ी. चूँकि अजय कुमार पाण्डेय हिंदी के मास्टर भी है. तो सुनिए इनके द्वारा लिखी गई यह कविता.
आओ कुछ ऐसा कर जायें
गणतन्त्र दिवस की पूर्वसंध्या पर ख़ुद की लेखनी से निर्गत चन्द-पंक्तियाँ...
चन्दा सूरज बन कर जग में
सबको प्रेम-प्रकाश लुटायें
मानरहित हो, भाव-सिन्धु बन
परहित-दीपक सदा जलायें
आओ कुछ ऐसा कर जायें !
जो हैं अटके-भूले-भटके
उनको खोज सामने लायें
दीन-हीन-जन-मन को छूकर
जीवन में ख़ुशियाँ लौटायें।
आओ कुछ ऐसा कर जायें !
नहीं सभी सौभाग्य-धनी हैं
उनको बढ़ मज़बूत करें हम
कर मज़बूत निखारें जीवन
जन-सेवा-हित हाथ बढ़ायें।
आओ कुछ ऐसा कर जायें !
उपनिषदों, वेदों ने विचारा
वसुधा ही परिवार हमारा
अग जग जगमग करने को हम
दीप ज्ञान का सदा जलायें।
आओ कुछ ऐसा कर जायें !
ख़ाली आना, ख़ाली जाना
जीवन का यह चक्र पुराना
हेतु-रहित परहित-रत होकर
जीवन अर्थवान कर पायें।
आओ कुछ ऐसा कर जायें !!
गणतन्त्र दिवस के इस महापर्व पर मेरी ओर से आप एवं आपके परिवार को हार्दिक-शुभकामनाएँ
सादर।
अजय कुमार
पुलिस अधीक्षक शामली