शामली

पत्रकार एकता की हुई जीत हारा जीआरपी प्रशासन

Special Coverage News
13 Jun 2019 10:50 AM IST
पत्रकार एकता की हुई जीत हारा जीआरपी प्रशासन
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शामली- आखिर पत्रकार की एकता में शक्ति दिखाई दी जहाँ पर पत्रकार एकता के सामने हार गया जीआरपी प्रशासन पत्रकारों की सभी मांगों को किया गया पूरा जीआरपी इंस्पेक्टर की खुलेआम गुंडागर्दी की खबर एक के बाद एक न्यूज़ चैनल पर चलने के बाद और पत्रकारों के धरना प्रदर्शन पूरी रात और दिन लगातार चलते हुए जीआरपी प्रशासन को अपनी हार माननी पड़ी और गुंडे इस्पेक्टर व उसके गुंडों जो कि कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं उनके खिलाफ लूट अपरहण जान से मारने का प्रयास जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।

दरअसल आपको बता दें जीआरपी के गुंडे इंस्पेक्टर अपने गुंडों सिपाहियों के साथ मिलकर ट्रेनों में अवैध वेंडर कराता था जिससे News24 के पत्रकार अमित शर्मा द्वारा इस खबर को चैनल में मुख्य रूप से दिखाया गया था जिसको लेकर राकेश उपाध्याय को इंस्पेक्टर साहब तो अब कह नहीं सकते लेकिन शराबी गुंडा जरूर कह सकते हैं जिनकी काली कमाई लाखों रुपए महीने की बंद हो गई थी अमित शर्मा पर मारपीट का मामला अचानक नहीं हुआ इसके लिए तो जीआरपी पुलिस और रेलवे के अधिकारियों ने बहुत पहले से ही अपना प्लान बना रखा था जिसका फायदा उठाते हुए उन्होंने मंगलवार की रात को जब पत्रकार अचानक खबर कवरेज करते हुए उनके सामने आ गया तो पुलिस ने अपना आपा खो दिया और फिर क्या इंसानियत को शर्मसार करते हुए जीआरपी के शराबी पुलिसकर्मियों ने अमित शर्मा को मार पीटना शुरू कर दिया और पिटाई करते करते थाने तक ले आए।

थाने में लाकर भी उनके साथ बेरहमी से पिटाई की अमित शर्मा को थाने की हवालात में बंद कर दिया और उसके ऊपर यूरिन भी किया इसके अलावा थर्ड डिग्री देते हुए सारी मानवता की हद पार कर दी जिसको लेकर शामली के सभी पत्रकार एकत्र होकर जीआरपी थाने में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया जिसमें धरना प्रदर्शन शुरू होते ही जीआरपी इंस्पेक्टर व एक सिपाही को तत्काल निलंबित के आदेश हो गए थे लेकिन इन दोनो के खाली निलंबित से काम चलने वाला नहीं था क्योंकि और बाकी दोषी पुलिसकर्मी कहां जाते और दूसरी बात इतनी बेरहमी से मारपीट करने के बाद उन पर मुकदमा दर्ज करना बहुत जरूरी था जो पत्रकारों की यही सभी मांग थी और इन्हीं मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन पर अड़े हुए थे जिसमें शाम को आखिर जीआरपी प्रशासन को पत्रकार एकता के सामने झुकना ही पड़ा और पत्रकारों की सभी मांगों को पूरा किया गया अमित शर्मा के आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज भी कर लिया गया जिसके बाद वहां से सभी पत्रकारों ने धरना समाप्त कर दिया।

भाजपा विधायक तेजेन्द्र निर्वाल,हरवीर मलिक बजरंग दल के जिला मंत्री सन्नी शर्मा, नीरज , अजय , नीरज संगल, विशाल निर्वाल, रवि आदि किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुमित मलिक व भारतीय किसान अनिल पवार सहित व्यापारी संगठन के साथ समर्थन देना शुरू कर दिया था।

शामली के पत्रकारों में मुख्य रुप से दिनेश भारद्वाज, लोकेश पंडित, राजपाल पारवा, नीरज भार्गव, पंकज वालिया, पंकज प्रजापति, विनीत शर्मा, भूदेव शर्मा,मास्टर कंवरपाल ओमपाल सिंह, पंकज मलिक,रवि सुलानिया, शाहनावाज, अमित मोहन गुप्ता, शरद मलिक संजीव शर्मा,अनवर अंसारी, प्रताप राठौर, रवि जागलान, दीपक शर्मा,अमर राठी श्रवण शर्मा,नीरज गौत्तम, हर्ष कुमार,जितेंद्र भारद्वाज, श्याम वर्मा, प्रवीण वशिष्ठ अमित तरार कैराना से महराब, पुनीत गोयल, दीपक कश्यप,हरिमोहन शर्मा, सहित तमाम पत्रकार मौजूद रहे।

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