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शामली के प्रसिद्ध मुस्लिम धर्मगुरु हजरत मौलाना इफ्तखारुल हसन का निधन
शामली के प्रसिद्ध मुस्लिम धर्मगुरु हजरत मौलाना इफ्तखारुल हसन का निधन हो गया. कस्बे व क्षेत्र मे शौक की लहर दौड़ गई. सोमवार की सुबह 8:00 बजे कांधला की ईदगाह पर किया गया खाक एे सुपुर्द अंतिम विदाई में लाखों लोग रहें मौजूद कस्बेवासियों ने दुकाने बन्द कर बनाया शौक, हजरत जैसी शख्सियत सैंकड़ों साल बाद पैदा होती हैं।
दरअसल आपको बता दें जनपद शामली के कांधला नगर व क्षेत्र मे हिन्दु मुस्लिम एकता की मिसाल का हमेशा स्थिर रखने की कवायद करने वाले इस्लामिक धर्म गुरू 95 वर्षीय हजरत मौलाना इफ्तेखाररूल हसन की लम्बी बीमारी के चलते मृत्यु हो गई। हजरत की मौत की खबर नगर में आग की तरह फैल गई। जिसे लेकर जनपद में गहरा शोक व्याप्त है।
नगर के मौहल्ला शेखजादगान निवासी 95 वर्षीय प्रसिद्ध इस्लामिक धर्म गुरू हजरत मौलाना इफ्तेखारूल हसन का पूरे देश में सर्वोच्च स्थान रहा है। इस्लामिक धर्म के प्रचार प्रसार के साथ देश मे कौमी एकता को बढावे देने का हमेशा प्रत्यन्न किया। देश में कई बार साम्प्रदायिक माहौल से देश में तनाव पूर्ण हालत रहे लेकिन नगर मे हजरत मौलाना इफ्तेखाररूल हसन ने हमेशा दोनो समुदाये के लोगों को प्रेम सौहार्द के साथ जीने मरने की शिक्षा दी थी। जिसके चलते नगर में दोनो समुदायें के लोग परस्पर पर एक दूसरे के साथ कई वर्षो से मिलजुलकर रहते आ रहे है।
रविवार की देर शाम हजरत ने लम्बी बीमारी के बाद आखरी सांसे ली। नगर में हजरत की मौत खबर आग की तरह फैल गई। दोनो समुदाये के लोग भारी संख्या में हजरत के आवास पर एकत्रित हो गए। नगर के साथ पूरे जनपद में हजरत की मौत खबर से शोक की लहर दौड़ गई। नगर व क्षेत्र के कई उलेमा व मौलवी भी भारी संख्या में आवास पर एकत्रित हो गए। हजरत की मौत से नगर के सभी बाजारो को शोक के चलते बंद कर दिया गया।
नगर के तमाम मस्जिदो व मदरसों के माध्यम से हजरत की मौत की सूचना नगर व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी दी गई। अनुमान है कि लाखों की संख्या में सोमवार को मुस्लिम व अन्य सम्प्रदायें के लोगों का हुजुम मरहूम हजरत को शोक संवेदना व्यक्त करने के लिये पंहुचेगे। जनपद पुलिस प्रशासन ने भी हरजत मौलाना इफ्तेखारूल हसन की अंतिम शव यात्रा में उमड़ने वाली भीड़ व टैफिक को कन्ट्रोल करने के लिये सुरक्षा खाका तैयार करने में जुट गई है।