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महिलाओं से जुडी समस्याओं को गम्भीरता से ले सम्बन्धित अधिकारीगण - कुमुद श्रीवास्तव
श्रावस्ती : समस्याओं से पीड़ित महिलाओं और बालिकाओं को त्वरित न्याय देने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। इसलिए सम्बन्धित अधिकारियों का दायित्व बनता है कि वे महिलाओं/बालिकाओं छोटी-बड़ी शिकायतों को गम्भीरता से लें और त्वरित कार्यवायी कर उन्हे न्याय शुलभ करायें ताकि समस्याओं से ग्रसित महिलाओं एवं बालिकाओं को न्याय के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े और उनका मान-सम्मान प्रत्येक दशा में कायम रहे।
उक्त विचार कलेक्ट्रेट सभागार में में महिलाओं और बालिकाओं की समस्याओं/शिकायतों से रूबरू होते हुए तथा उनका निराकरण करने एवं महिलाओं से सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा करने के दौरान प्रदेश की राज्य महिला आयोग की श्रीमती कुमुद श्रीवास्तव ने व्यक्त किया। उन्होने जोर देते हुए कहा कि अब बालिकाओं/महिलाओं की समस्याओं को गम्भीतर से न लेने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों को बख्सा नही जायेगा उनकी शिकायत मिली तो उनके खिलाफ भी कार्यवायी होगी। जनसुनवाई के दौरान तहसील भिनगा के अन्तर्गत ग्राम मटखनवा निवासिनी लक्ष्मी सिंह का विवाह 6 मई, 2018 को जनपद बहराइच के अन्तर्गत कोरियनपुरवा कालोनी शैलेन्द्र सिंह उर्फ बुद्धिसागर सिंह के साथ हुआ था। प्रार्थिनी लक्ष्मी ंिसंह ने सदस्या को अवगत कराया कि विवाह के कुछ दिन बाद ही मारपीट में अमादा हो गये, तरह तरह की प्रताडना देते है इसके साथ ही लक्ष्मी सिंह ने बताया कि जेठ मुकेश सिंह, मोनू सिंह, पति, देवर चन्दन सिंह द्वारा मारपीट की जाती है तथा दहेज कम देने की बात कहते है, उनके द्वारा कहा गया है कि पहले पूरा दहेज लेकर आओ तभी तुमको रखा जायेगा। इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुये मा0 सदस्या ने महिला थानाध्यक्ष को निर्देश दिया कि सम्बन्धित के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया। तदोपरान्त विकासखण्ड हरिहरपुररानी के अन्तर्गत रामप्रसाद पुरवा की निवासिनी राधिका देवी, विकासखण्ड सिरसिया के अन्तर्गत घोलिया ओरीपुरवा की निवासिनी अमीतुन निशा, विकासखण्ड जमुनहा के अन्तर्गत मल्हीपुरकला की निवासिनी सकीना एवं विकासखण्ड इकौना के अन्तर्गत महानगर मनोहरपुर की निवासिनी नीलम देवी सहित अन्य फरियादियों की फरियाद सुन कर उनका तत्काल निस्तारण करने हेतु सम्बन्धित को निर्देश दिया।
कुमुद श्रीवास्तव ने जोर देते हुए कहा कि महिलाएं एवं बालिकाएं हर घर की लक्ष्मी है इसलिए हम लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि बिना भेद-भाव के हर बहन बेटी को समाजिक सुरक्षा प्रत्येक दशा में मुहैया कराने के साथ ही उनका सुरक्षा कवच भी बने ताकि सभी बहन बेटिया बने ताकि कोई भी बहन बेटी का मान सम्मान धूमिल न होने पावे। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार सभी बहन बेटियों के मान सम्मान को बनाये रखने के लिए उनकी सुरक्षा हेतु 1090, 181 का संचालन कर रही है। यदि कोई भी व्यक्ति किसी भी बहन बेटी के मान सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश करता है तो वह बेझिझक इन टोल फ्री नम्बर का उपयोग कर सम्बन्धित व्यक्ति को जेल भिजवा सकती है। यदि उनको समय से न्याय नही मिलता है तो वे राज्य महिला आयोग में शिकायत दर्ज करा सकती है। ऐसे प्रकरणों पर निश्चित ही महिला आयोग समस्या से पीड़ित महिलाओं/बालिकाओं को न्याय मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय इकौना का औचक निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान सर्व प्रथम बन रहे भोजन का निरीक्षण किया, देखा गया कि जो दाल बनी हुई थी उसमें पानी की मात्रा अधिक थी दाल की मात्रा कम थी जिला पर उन्होने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया अनुपात के अनुसार ही सामग्री बनाया जाये। इसके बाद बच्चों की उपस्थित पंजिका, आगन्तुक पंजिका, अभिभावक पंजिका सहित अन्य अभिलेखों का निरीक्षण किया। इसके बाद सदस्या कक्षाओं में जाकर छात्राओं से उनका कुशलक्षेम जाना तथा उनको दी जा रही शिक्षा के बारे में जानकारी ली। इसके बाद सदस्या ने कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय गिलौला का निरीक्षण किया। उन्होने सभी शिक्षकगणों को निर्देश दिया कि अपना नैतिक दायित्व समझ कर बच्चों को शिक्षा दें जिससे उनका भविष्य संवर सके। उन्होने बैठक में उपस्थित जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया है कि उनके अधीनस्थ संचालित आवासीय आश्रम पद्धति विद्यालयों एवं कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में बच्चों को नास्ते में पौष्टिक खाद्य पदार्थ दिया जाये ताकि वे और बेहतर ढंग से स्वस्थ्य रह सके। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि आवासील विद्यालयों में स्वस्थ्य परीक्षण जरूर करायें। उक्त अवसरों पर जिला प्रोवेशन अधिकारी आर पी चौधरी, महिला थानाध्यक्ष सहित सम्बन्धित पुलिस/प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे...