सिद्धार्थनगर

सिद्धार्थनगर के हथपरा गांव कांड में उपद्रवियों पर प्रशासन की चुप्पी ख़तरनाक

Shiv Kumar Mishra
28 Aug 2020 2:46 PM GMT
सिद्धार्थनगर के हथपरा गांव कांड में उपद्रवियों पर प्रशासन की चुप्पी ख़तरनाक
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उपद्रवियों ने डेढ़ दर्जन घरों को लूटा-आगजनी, मज़ार में तोडफ़ोड़ और क़ब्रिस्तान की बाउंड्री को ढहाया

सिद्धार्थनगर, 28 अगस्त 2020 : पीपुल्स एलाइंस प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को सिद्धार्थनगर के त्रिलोकपुर थाना के अंतर्गत हथपरा गाँव कांड का फैक्ट फाइंडिंग के लिए दौरा किया। हथपरा गांव में गुरुवार, 20 अगस्त शाम को दो पक्षों में जमीनी विवाद को लेकर जमकर ईंट-पत्थर चले। जिसमें दोनों पक्षों से कई लोग घायल हो गए। वंही ध्रुवराज चौधरी नामक बुजुर्ग को गंभीर चोट लगने से मौत हो गई। इस घटना को साम्प्रदायिक ताकतों ने राजनीतिक अवसर में तब्दील कर साम्प्रदायिक रंग दे दिया। जिसके बाद से उपद्रवियों ने गांव की स्तिथि को तनावपूर्ण बना दिया है। घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को आसपास के गांव से सुबह उपद्रवियों ने उन्मादी नारा लगाते हुए गांव को घेर लिया। उसके बाद भीड़ ने मुस्लिम घरों को चिन्हित कर डेढ़ दर्जन से ज्यादा घरों को लूटा, तोड़फोड़, आगजनी और यंहा तक की मुस्लिम धर्मस्थल मजार पर तोड़फोड़ और कब्रिस्तान की बाउंड्री ढहा दी। घटना में बुजुर्ग ध्रुवराज चौधरी के मौत के बाद 12 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

गांव वालो ने कहा कि घटना 6 दिन बाद भी गाँव में स्थिति तनावपूर्ण है। प्रशासन एक पक्षीय कार्यवाही कर रही है। दो अलग-अलग साम्प्रदाय के घरों की लड़ाई में नफ़रत की राजनीति करने वालों ने गाँव के मुस्लिम समुदाय को बलि का बकरा बना दिया। गाँव के मुस्लिम समुदाय के लोगों पर उपद्रवियों के दमन पर पुलिस प्रशासन की चुप्पी ख़तरनाक साबित हो रही है।

घटना के दूसरे दिन उपद्रवियों की लूटपाट, तोडफ़ोड़, आगजनी और उपद्रव के डर से गांव के ज्यादातर लोग अपने घर वालों महिलाओं-बच्चों को रिश्तेदारियों में छोड़ दिए हैं। घरों में लूटपाट के डर से मर्द घरों की रखवाली कर रहें हैं। पुलिस प्रशासन अभी तक उपद्रवियों पर कोई कार्यवाई ही नहीं की है। जिससे गाँव के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है कि उनपर कार्यवाई नहीं हुई तो उनका मन ऐसे ही बढ़ा रहेगा, वो कभी भी लूटने-तोड़फोड़ करने आ सकते हैं।


हथपरा गांव निवासी गुलाम जिलानी (37) बताते हैं कि घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को 11 बजे 50 से ज्यादा की संख्या में भीड़ ने मेरे घर पर पत्थरों से हमला कर दिया। भीड़ घर की तरफ बढ़ रही थी तो हमने अपने घर वालों के साथ जान बचाने के लिए पीछे के रास्ते से निकल गए। कुछ देर बाद जब भीड़ वहां से चली गयी तो घर जाकर देखता हूँ कि मेरे घर का सारा सामान भीड़ ने लूट लिया। आलमारी तोड़ कर एक लाख का जेवर और उसमें 25 हजार रुपये थे, उसको लूट लिए। फ्रिज, कूलर, दो सोलर प्लेट, बडा बैटरा, गैस चूल्हा, गैस बाटला, मोटर, नल, 10 कुर्सी, दो बड़े डेग और कई सामान उपद्रवियों ने लूट कर चले गए। घर लुटे हुए 5 दिन हो रहे हैं। पुलिस प्रशासन के लापरवाही से उपद्रवियों ने घरों को लूटा, मौके पर मौजूद पुलिस से कहा भी जा रहा था कि भीड़ घरों को लूट रही है लेकिन पुलिस प्रशासन ने नहीं रोका।


सादिक (27) की शादी हुए 5 दिन ही हुआ था, दुल्हन के मेंहदी के रंग भी नहीं फीके हुए थे कि उपद्रवियों ने दुल्हन के लाए हुए सारे सामान को लूट लिए यहां तक जो चीजें नहीं ले जा सके बेड, बोर्ड, पंखा आदि चीजों को तोड़ दिया। दुल्हन के जेवर, पेटी में रखे गए हुए सामान, कुर्सी, टेबल, सिलाई मशीन, पानी चलाने वाली मशीन और कई सामानों को लूट कर लेकर चले गए।

हबीबुन (38) बताती है कि शुक्रवार को 11 बजे के करीब सैकड़ों की संख्या में भीड़ घर पर पहुंचती है। दरवाजा न खुलने पर बाउंड्री की दीवाल गिराकर घर में घुसकर लूटपाट करते हैं। 5 बकरी, जेवर, 3 हजार रुपये, नल, राशन को लूट लिया और हमारे पति जो ठेला चलाते थे जिससे मेरे घर का खर्चा चलता था उसको भी तोड़ दिया। दिन में लूटने के बाद रात में भी लूटने आए थे, उन लोगों से हमने हाथ जोड़कर कहा कि अब कुछ नहीं बचा है, हमारे पास से चले जाइए। वो लोग गाली-गलौज करते हुए चले गए, उनके जाने के बाद अपने घर वालों की जान बचाने के लिए बच्चों के साथ घर के पीछे खेत ही खेत दूसरे घर चली गई।


इसी तरह से रमजान अली (75) बताते है कि भीड़ घर में गेट को तोड़कर लूटपाट करने लगती है। मैंने उनको रोका तो भीड़ ने मुझे धकेल दी और फिर दो नल, सोलर प्लेट, बड़ा वाला बैटरी, साइकिल, 6 बकरी, 5 हजार रुपये, राशन और कई सामानों को लूट ले गए। वहीं रईस पान की गुमटी कर अपने बच्चों का पालन पोषण करते थे, उनके गुमटी को उपद्रवियों ने लूट लिया। शाकिर के घर से 10 बकरी-बकरा, दो साइकिल, राशन, घास काटने वाली मशीन लूट लिया गया। मोहम्मद हुसैन घर के सामने मुर्गी पालन का छोटा-सा रोजगार करते थे, उपद्रवियों ने उनके 15 मुर्गियों को उठा ले गए। जमुरता सब्जी की खेती करती हैं। उन्होंने बताया कि भीड़ ने मेरे खेत में लगी हुई सब्जी को तोड़ ले गई और बाकी का नुकसान कर दिए। इसी तरह उपद्रवियों ने डेढ़ दर्जन से ज्यादा घरों को लूटा।

हथपरा में इससे पहले भी नब्बे के दशक में गौकशी मामले में अफ़वाह फैला कर साम्प्रदायिक ताकतों ने गॉव को लूट लिया था।

पीपुल्स एलायंस मांग करता है कि-

1. घटना के बाद साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले असामाजिक तत्वों, लूटपाट, तोड़फोड़, आगज़नी करने वाले दोषियों के ऊपर तत्काल कार्यवाई हो।

2. उपद्रवियों द्वारा लूटे गए घरों के नुकसान, तोड़फोड़, आगज़नी की भरपाई की जाए।

3. गाँव में शांति बहाल किया जाए, गांव के लोगों के सुरक्षा की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस थाना के साथ उच्चस्तरीय पुलिस प्रशासन जिम्मेदारी ले।

4. क़ब्रिस्तान की बाउंड्री जो ढहाई गई है और मज़ार के अंदर जो तोड़फोड़ हुई है। उसकी मरम्मत कराई जाए और दोषियों पर कार्यवाई हो।

पीपुल्स एलाइंस प्रतिनिधिमंडल के फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट के लिए दौरे में शाहरुख अहमद और अफ़रोज़ सिद्दीकी शामिल रहे।

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