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भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी के लेटर के बाद सामने आई डीएम सी इंदुमती और बोलीं ये बात
सुल्तानपुर की लंभुआ विधानसभा से भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी द्वारा जिलाधिकारी सुल्तानपुर द्वारा कोरोना किट खरीद में लगाए गये भ्रष्टाचार के आरोप को डीएम सी इंदुमती ने सिरे से खारिज कर दिया। आनन फानन बुलाई गई प्रेसवार्ता में डीएम सी इंदुमती ने कहा कि माननीय विधायक जी पता नही क्यों ऐसा लिखा। जबकि वे यहाँ शासन के निर्देश पर ईमानदारी से कार्य कर रही हैं। डीएम ने कहा कि कहीं न कही कम्युनिकेशन गैप की वजह से हुआ है। उनके पास सारा फैक्ट है और उसे वो शासन को उपलब्ध कराएगी।
वीओ- बताते चलें कि लंभुआ के विधायक देवमणि द्विवेदी ने बीते 28 अगस्त को मुख्यमंत्री को एक शिकायती पत्र दिया था जिसमें कोरोना काल में पल्स ऑक्सीमीटर और आई आर थर्मोस्कैनर मीटर की आपूर्ति 2800 के बजाय 9950 रुपए में खरीदने की शिकायत की थी। देवमणि ने आरोप लगाया था कि इसकी वसूली जबरन जिलाधिकारी सुल्तानपुर द्वारा कराइ जा रही है और जिले के अधिकांश ग्राम पंचायतों में जबरन किट आपूर्ति करने वाली कम्पनी को डोंगल लगाकर भुगतान भी कर दिया जा रहा है। इसी शिकायत पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने पंचायती राज के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर शीघ्र जांच कराकर आख्या प्रस्तुत करने की अपेक्षा की गई थी।
सोशल मीडिया पर खबर चलने के बाद डीएम सी इंदुमती ने आनन फानन में प्रेस वार्ता बुलाई और विधायक द्वारा लगाए गए आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। डीएम सी इंदुमती ने कहा कि जानकारी लगते ही भुगतान पर रोक लगा दी गई है और रिकवरी कराई जाएगी। बताते चलें कि ऑक्सीमीटर और थर्मो स्कैनर खरीद के 24 जुलाई को शासन से 2800 से खरीद फरोख्त के लिये पत्र आया था,लेकिन उसी समय ये पत्र जारी करने के बजाय जिला प्रशासन द्वारा 17 अगस्त को पत्र जारी किया गया। फ़िलहाल डीएम से विधायक द्वारा लगाए गए आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इस मामले में विधायक ने कभी भी बात नही की। डीएम इंदुमती ने कहा जिला प्रशासन की छवि खराब करने के लिये उन्होंने ऐसा किया है।