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पंचायत चुनाव की आहट से ही गाँवों में प्रधान पद के उम्मीदवार मैदान में उतरे
पंचायत चुनाव की अभी तक भले ही घोषणा न हुई हो, लेकिन संभावित प्रत्याशियों की चुनाव की तैयारियां अपने चरम पर हैं। हाल ये है वर्तमान प्रधान पर विपक्षी आरोप प्रत्यारोप लगाने से भी लोग नही चूक रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सुल्तानपुर शहर से सटे पांचोपीरन गांव का है। कूरेभार ब्लाक के अंतर्गत आने वाले इस पांचोपीरन गांव में आये दिन अधिकारी जांच पड़ताल के लिये आते रहते हैं। बावजूद इसके विपक्षियों द्वारा यहाँ वर्तमान प्रधान पर आरोप लगाए जा रहे हैं।
बताते चलें कि 2015 के पंचायत चुनाव में कूरेभार ब्लाक के पांचोपीरन गांव में मोइद अहमद की पत्नी शाहजहाँ ने अपने विरोधी प्रत्याशी निर्मला देवी पत्नी दयाराम को 638 मतों से पराजित किया था। इसके पहले इनके पति मोईद अहमद उर्फ़ 2010 से 2015 तक प्रधान रहे थे। तब से लगातार निर्वाचित महिला प्रधान शाहजहाँ द्वारा इस गांव में विकास कार्यों को गति दी गई। अब तक अपने कार्यकाल में शाहजहां ने करीब 200 लोगों का जॉब कार्ड बनवा कर उन्हें मनरेगा के तहत कार्य करवाया जा रहा है, जिसका पैसा मनरेगा मजदूरों के खातों में सीधा जा रहा है। प्रधान शाहजहाँ अब तक सरकार की महत्वकांक्षी योजना के तहत 464 शौचालयों का निर्माण करवा चुकी है। उनके द्वारा तीन गरीब पात्रों को प्रधानमंत्री आवास दिलवाया गया।इतना ही पांचोपीरन स्थित जूनियर विद्यालय में 3 लाख 63 हज़ार की लागत से कायाकल्प योजना के तहत रिपेयरिंग और रंगाई पुताई जैसे अन्य कार्य करवाये गए थे। जिसे लेकर डीएम रवीश गुप्ता ने आकस्मिक निरीक्षण के दौरान ग्राम प्रधान शाहजहाँ की तारीफ़ भी की थी। इसके अलावा अपने क्षेत्र में उन्होंने करीब 7 लाख की लागत से सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। करीब 15 साल पहले बने पंचायत घर का उनके द्वारा जीर्णोद्धार करवाया जा रहा है। इतना ही नहीं अपने कार्यकाल में शाहजहाँ ने गांव की करीब 8-10 महत्वपूर्ण सड़क जिसके लंबाई 1000 मीटर और 20 लाख की लागत से शमशान घाट का निर्माण कार्य करवाया है। गांव में नालियों की पानी की निकासी के लिये शाहजहाँ ने करीब 2000 मीटर नाले का निर्माण कार्य करवाया गया है ताकि गांव का पानी आराम से बाहर निकल सके । इन सबके अलावा लॉक डाउन के दौरान प्रधान शाहजहाँ और उनके प्रतिनिधि पति मोईद अहमद उर्फ़ बड़कऊ ने अपने पास से करीब 6 लाख रुपयों से राहत सामग्री, सेनेटाइजर, गांव में छिड़काव और मास्क का वितरित करवाया गया।
इन सबके बावजूद अभी बहुत सा कार्य करना बाकी है जिसके लिये शाहजहाँ और उनके पति बड़कऊ लगातार प्रयासरत हैं। प्रधान प्रतिनिधि बड़कऊ की माने तो ग्राम वासियों के लिये मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत 430 आवासों का प्रस्ताव किया गया है। इसके अलावा करीब 200 शौचालयों के साथ साथ बढ़ती आबादी को देखते हुये पानी की बड़ी टंकी, एक प्राइमरी स्कूल , बालिका इंटर कालेज बारात घर और आंगनबाड़ी केंद्र की मांग की गई है ताकि अन्य जरूरतमंदों की मदद की जा सके। शहर से सटे होने के कारण अगर ये सब मांगे पूरी हो जाय तो इस इलाके में चार चांद लग जाएंगे।
गौरतलब हो कि मोईद अहमद उर्फ़ बड़कऊ पुराने काश्तकार रहे हैं, इलाके में हरदिल अजीज , अपने व्यवहार से लोगों को खुश रखना, लोगों से मिलजुल कर रहना और जरूरतमंद लोगों की तन मन धन से मदद करना इनके खून में शामिल है। शायद यही वजह है कि 5 साल तक प्रधान बनने के बावजूद अभी तक न ही इनपर कोई आरोप लगा और न ही इनके खिलाफ कोई शिकायत हुई। लेकिन पंचायत चुनाव पास आता देख विपक्षी खेमा सक्रिय हो उठा है और अब पंचायत चुनाव के मद्देनजर इन पर तरह तरह के अनर्गल आरोप लगा कर इन्हें गलत साबित करना चाहता है।