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अयोध्या-प्रयागराज हाईवे पर गोमती पुल जर्जर, DM ने आवागमन बंद करने के दिए निर्देश
सुल्तानपुर। सरकार भले ही जीरो टॉलरेंस नीति की बात कर रही है। लेकिन इसका क्रियान्वयन कितना हो रहा है। उसका अंदाजा अयोध्या-प्रयागराज NH पर टाटिया नगर में बने गोमती पुल को देखकर लगाया जा सकता है। NHAI ने 6 माह पूर्व इसका जीर्णोद्धार कराया था, लेकिन इसमें तीन माह के अंदर दो बार भ्रष्टाचार की दरारें आ गई हैं। जर्जर अवस्था देखकर डीएम जसजीत कौर ने इस पर आवागमन रोक दिया है।
अयोध्या-प्रयागराज राज्यमार्ग पर गोसाईगंज थाना अंतर्गत बाईपास पर टाटिया नगर चौराहे के पास स्थित गोमती नदी पुल बना हुआ है। बीते नवंबर माह में पुल काफी जर्जर हो गया था। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) 1 नवंबर 2022 से पुल पर मरम्मत कार्य चला था। लाखों रुपए खर्च हुए। इसके चलते रात में भारी वाहन का प्रवेश शहर से हो रहा था।
डेढ़ माह तक शहर के अंदर रातों-दिन जाम की स्थिति बनी रही। 21 दिसंबर को टाटिया नगर पुल का काम पूरा हुआ। अगले दिन से वाहनों की आवाजाही भी शुरू कर दी गई थी। इसके बाद 10 अप्रैल को एक गर्डर टूटा था, जिसे ठीक कराया गया था। करोड़ों रुपए खर्च कर दो बार रिपेयरिंग के बाद तीसरी बार फिर पुल का गर्डर टूट गया। पुल जर्जर होने की जानकारी स्थानीय लोगों ने डीएम को दी। इसके बाद एक बार फिर पुल पर आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया है।
स्थानीय लोगों की मानें तो प्रतिदिन हजारों ओवरलोड वाहन इस मार्ग से गुजरते है, ऐसे में यहां कभी भी हादसा हो सकता है। आलम ये है कि पुल के ऊपर सड़क पर सरिया बाहर आ गई है। गर्डर के पास गड्ढा बढ़ता जा रहा है। दिन के समय तो वाहन धीमी गति से गुजर रहे लेकिन रात के समय भारी वाहन तेज गति से गुजरने से टूटा हुआ गर्डर चालक देख नहीं पा रहे।
ओदरा निवासी अहमद बताते हैं कि कई बार इसका रिपेयर हुआ है। ठेकेदार मिलजुल कर खा लेते हैं सही तरीके से नहीं बनाते हैं। इस पर खतरा है। 100 टन 50 टन की गाड़ी इस पर से जाती है। जिससे जान जाने का भी खतरा है।भोए गांव निवासी जांबाज ने बताया कि जनवरी में पुल का मरम्मत हुआ था। लेकिन ठेकेदार की मिलीभगत से इसमें भ्रष्टाचार हुआ है। लोग पुल पार करते हुए डरने लगे हैं।