सुल्तानपुर

सुल्तानपुर जनपद के अधिकारियों की हुई नींद उड़ी, दो दिनों से नही झपकी अधिकारीयों की पल्खें

Special Coverage News
10 Feb 2019 3:11 PM GMT
सुल्तानपुर जनपद के अधिकारियों की हुई नींद उड़ी, दो दिनों से नही झपकी अधिकारीयों की पल्खें
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आज सुल्तानपुर विकास भवन में फीडिंग के समय डीडी कृषि शैलेन्द्र शाही बैठक ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत लघु एवं सीमान्त किसानों के परिवारों को प्रतिवर्ष 6 हजार रू. डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर के माध्यम से प्रदान किया जायेगा।

आज तीन दिनों से अधिकारियों की नींद उड़ गई है,लेखपाल से लेकर कम्प्यूटरों ऑपरेटरों तक कि नींद लेने की फुरसत नही मिल रही है,रहना खाना सब यही ही हो रहा है क्यों कि सीएम की तलवार जिले के जिलाधिकारियों की गर्दन पर लटक रही है। जिसको लेकर जिलाधिकारी विवेक की अध्यक्षता में पं.राम नरेश त्रिपाठी सभागार में देर रात लघु एवं सीमान्त किसानों की आय बढ़ाने हेतु प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पी0एम0-किसान) के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों एवं राजस्व कर्मियों के साथ बैठक आयोजित की गयी थी। जिसमें प्राप्त दिशा निर्देश के अनुरूप इस योजना के अन्तर्गत लघु एवं सीमान्त कृषकों के परिवारों को प्रतिवर्ष 6 हजार रू. डायरेक्ट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से प्रदान किया जायेगा। यह धनराशि 4-4 महीने के अन्तराल में 2 हजार रू. की तीन किश्तों में प्रदान की जायेगी। यह योजना 1 दिसम्बर 2018 से लागू किया गया है एवं 1 दिसम्बर 2018 से 31 मार्च 2019 की समयवधि के लिए प्रथम किस्त कृषक परिवारों के बैंक खाते में स्थानान्तरित किया जाना है।

वही कृषि उप निदेशक ने बताया कि जिलाधिकारी ने इस योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु क्षेत्रीय लेखपाल को निर्देशित किया है कि गांवों में जाकर सर्वे कर लघु एवं सीमान्त किसानों की सूची यथाशीघ्र तैयार करें। उन्होंने बताया कि इस योजना के लिए लघु एवं सीमान्त कृषक परिवारों के नाम पते, बैंक खाता न., आधार न. (जिन कृषकों के पास आधार न. उपलब्ध न हो तो उनका आधार एनरोलमेन्ट न.) मोबाइल न.इत्यादि की आवश्यकता होगी। यदि आधार कार्ड नहीं है तो भारत निर्वाचन आयोग पहचान पत्र, पैन कार्ड आवश्यक है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय लेखपाल/ग्राम विकास/ग्राम पंचायत अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिन कृषकों का बैंक खाता न हो तो उनका खाता तत्काल खोला जाय और पात्र कृषकों का किसान पोर्टल पर पंजीकरण भी कराया जाय।

वही शाही ने यह भी बताया कि इस योजना के नोडल अधिकारी मुख्य विकास अधिकारी को नामित किया गया है तथा कृषि विभाग नोडल विभाग है। उन्होंने ने बताया कि इस योजना से अपात्र लोग जैसे भूतपूर्व अथवा वर्तमान संवैधानिक पदधारक, भूतपूर्व अथवा वर्तमान मंत्री/राज्यमंत्री एवं भूतपूर्व/वर्तमान सदस्य लोक सभा/राज्य सभा/राज्य विधान सभा/राज्य विधान परिषद, भूतपूर्व अथवा वर्तमान नगर महापालिका के मेयर, भूतपूर्व अथवा वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष, केन्द्र व राज्य सरकार के कार्यालय/विभागों के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी, केन्द्र और राज्य सरकार सहायतित अर्द्ध सरकारी संस्थान तथा सरकार समबद्ध समस्त कार्यालय एवं स्वायत्तशाषी संस्थान तथा स्थानीय निकायों के नियमित कार्मिक (चतुर्थ श्रेणी कार्मिक छोड़कर), लाभार्थी कृषक द्वारा विगत कर निर्धारण वर्ष में आयकर का भुगतान किया गया है, समस्त सेवानिवृत्त पेंशनधारक जिनकी मासिक पेंशन रू. 10 हजार या उससे अधिक ( चतुर्थ श्रेणी के सेवानिवृत्त पेंशनर्स को छोड़कर), पेशेवर डाक्टर, इंजीनियर, अधिवक्ता,चार्टर्ड एकाउन्टेंट व आर्किटेक्ट आदि से संबन्धित के लिए पंजीकरण करने वाले संस्था में पंजीकृत है और अपना पेशा कर रहे है, लोग इस योजना से लाभान्वित नहीं होगे।

आज सुल्तानपुर विकास भवन में फीडिंग के समय डीडी कृषि शैलेन्द्र शाही बैठक ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत लघु एवं सीमान्त किसानों के परिवारों को प्रतिवर्ष 6 हजार रू. डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर के माध्यम से प्रदान किया जायेगा। उन्होंने जनपद के समस्त लघु/सीमान्त कृषकों से अपील किया है कि अपने परिवार के किसी एक सदस्य का बैंक खाता संख्या, आधार न. व मोबाइल न. अपने पास सुरक्षित रखे अथवा अपने सम्बन्धित क्षेत्रीय लेखपाल को उपलब्ध कराएं। जिससे तत्काल उनके खाते में धनराशि हस्तानान्तरित करायी जा सके।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राधेश्याम, अपर जिलाधिकारी (वि/रा0) अमर नाथ राय, अपर जिलाधिकारी (प्रशा0) हर्ष देव पाण्डेय, एस0ओ0सी0 शिवपूजन, संयुक्त मजिस्ट्रेट/उप जिलाधिकारी प्रणय सिंह, उप जिलाधिकारी बल्दीराय प्रतिपाल सिंह चौहान, उप जिलाधिकारी कादीपुर जयकरन, उप जिलाधिकारी जयसिंहपुर राम अवतार, डिप्टी कलेक्टर राजेश सिंह, उप निदेशक कृषि प्रसार शैलेन्द्र कुमार शाही,बेसिक शिक्षा अधिकारी कौस्तुम्भ सिंह सहित समस्त तहसीलदार, नायब तहसीलदार व अन्य अधिकारी/विभिन्न क्षेत्रों के राजस्व निरीक्षक आदि उपस्थित रहे।

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