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अनुदेशकों के क्रमिक अनशन का दौर जारी, प्रयागराज,झांसी सहित कई जिलों में हुआ अनशन
गांधी जयंती 2 अक्टूबर से शुरू हुए अनुदेशकों के क्रमिक अनशन का दौर आज भी जारी रहा। बस्ती, प्रयागराज,हरदोई,चित्रकूट,जलौन,आज़मगढ़,बाराबंकी,बाँदा, जौनपुर, झांसी,शाहजहांपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में अनशन हुआ।
आजमगढ़ में गांधी प्रतिमा पर अनुदेशकों ने किया अनशन
अनुदेशक शिक्षक संघ आजमगढ़ के जिला अध्यक्ष गणेश यादव ने कहा कि उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत लगभग 27 हजार शिक्षा अनुदेशकों ने प्रदेश सरकार की नीतियों से त्रस्त होकर लगातार 10 वर्षों से अपने हक और अधिकार की मांग करते चले आ रहे हैं जबकि मार्च 2017 में ही अनुदेशक शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम मानदेय 17000 देने का प्रस्ताव केंद्र सरकार द्वारा पास हुआ तथा उसका बजट भी जारी हुआ लेकिन प्रदेश सरकार ने अपनी हिटलर शाही व तानाशाही के बल पर अनुदेशक शिक्षकों का हक और अधिकार नहीं दिया माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ तथा प्रयागराज की दोनों बेंच ने यह निर्णय दिया कि अनुदेशक शिक्षकों को मार्च 2017 से अब तक का मानदेय 17000 की दर से 9% ब्याज सहित भुगतान किया जाए इसके बावजूद भी प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई लगातार 10 वर्षों तक सरकार की प्रताड़ना से आहत होकर समस्त अनुदेशकों ने यह निर्णय लिया कि 2 अक्टूबर 2023 से महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर हर रविवार को क्रमिक अनशन किया जाएगा अगर तीन महीने के अंदर अनुदेशक शिक्षकों का हक व अधिकार नहीं मिलता है तो समस्त अनुदेशक पूरे प्रदेश में पदयात्रा के माध्यम से लखनऊ व दिल्ली पहुंचकर धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल करने पर मजबूर होंगे इस अवसर पर लालचंद यादव मिथिलेश अमरजीत यादव सुन्र्दावती, माया, बंदना,अर्चना,सीमा, सपना जयसवाल ,सत्यवान,राकेश सिंह, राजीव अशोक, राम मिलन,राधेश्याम, सौरभ ,रामचंद्र, रविशंकर मिश्र पंकज विश्वकर्मा अंजू राय दीपू ओझा अर्चना राय , पंकज चौधरी, राजेश यादव हरेन्द्र प्रमोद यादव, अजय मौर्य, शादाब अली, तथा जनपद के अन्य समस्त अनुदेशक उपस्थित रहे।
बस्ती में भी अनुदेशकों ने किया अनशन
प्रदेश उपाध्यक्ष पवन मिश्र अनुदेशक कल्याण एसोसिएशन ने बताया गया कि,"अनुदेशक पर पिछले 10 वर्षों से शोषण व अत्याचार हो रहा है। अनुदेशकों से पूर्णकालिक कार्य कराया जाता है और अल्प मानदेय के साथ साथ अन्य सभी सुविधाओं से वंचित रखा जाता है।इससे अनुदेशकों का जीवन स्तर निम्न स्तर से भी नीचे जा चुका है। जिलाध्यक्ष प्रमोद पाण्डेय ने बताया कि, कई अनुदेशक आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या कर चुके हैं, तो कई अनुदेशक नौकरी छोड़ चुके हैं। अनुदेशक अपने जीवन निर्वाह हेतु शिक्षण कार्य के बाद टैक्सी चलाना व ठेला सब्जी आदि लगाकर घर चला रहे हैं। महिला अनुदेशकों को सीसीएल भी नहीं मिलता है। अनुदेशकों को अल्प मानदेय में कार्य कर रहे हैं, ऐसे में इन अनुदेशकों के अच्छे दिन कब आएंगे। जिला उपाध्यक्ष सनोज कन्नौजिया द्वारा बताया गया कि अनुदेशकों की सभी समस्याओं का हल नियमितीकरण में है।
शाहजहाँपुर में भी हुआ अनशन
परिषदीय अनुदेशक कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष श्री विक्रम सिंह द्वारा चलाए जा रहे क्रमिक अनशन के आह्वान पर शाहजहांपुर में अनुदेशक संघ की जिला इकाई ने जिला महामंत्री मोहम्मद शोएब राजपूत के नेतृत्व मे गांधी भवन स्थित महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर 12 से 2:00 बजे तक धरना दिया।इस दौरान विभिन्न अनुदेशको ने अपने विचार व्यक्त किये। धरने में बड़ी संख्या में महिला व पुरुष अनुदेशक शामिल रहे।