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निजी सचिव विश्वंभर दयाल के सुसाइड मामले में आईजी लक्ष्मी सिंह पहुंची उन्नाव, एसपी समेत अधिकारियो से की पूंछतांछ और सीओ को लगाई फटकार
अपर मुख्य सचिव नगर विकास नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन विभाग के निजी सचिव विश्वंभर दयाल के सोमवार दोपहर आत्महत्या के प्रयास के मामले में आईजी लक्ष्मी सिंह ने जांच शुरू कर दी। बापू भवन कार्यालय से मिले सुसाइड नोट की जांच के सिलसिले में सोमवार रात उन्होंने लोहिया अस्पताल पहुँचकर पहले विश्वम्भर दयाल का हालचाल जाना उसके बाद परिजनों का फौरी बयान लिया। यहाँ से वह सीधे उन्नाव के औरास थाने पहुँची जहाँ विश्वम्भर की बहन ने केस दर्ज करवाया है।
अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दुबे के निजी सचिव विश्वम्भर दयाल ने सोमवार को सचिवालय के बापू भवन बिल्डिंग में 8वीं मंजिल स्थित कार्यालय में कनपटी पर गोली मार ली थी। लोहिया अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है जहाँ हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने उनके कार्यकाल से एक सुसाइड नोट मिलने का दावा किया है। नोट में विश्वम्भर ने उन्नाव के औरास में ब्याही अपनी बहन रामादेवी की तरफ से दर्ज करवाये गए केस में कार्रवाई न होने से तनाव में आकर यह आत्मघाती कदम उठाने की बात लिखी गयी है। सुसाइड नोट में लगाये गए आरोप की जांच आईजी रेंज लखनऊ लक्ष्मी सिंह को सौंपी गई है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए आईजी ने सोमवार रात ही जांच शुरू कर दी।
एसपी से लेकर थानेदार तक से हुई पूछताछ में पुलिस की लापरवाही उजागर
आईजी लक्ष्मी सिंह सोमवार रात पहले लोहिया अस्पताल पहुँची। यहाँ डॉक्टरों से विश्वम्भर के तबियत की जानकारी ली। इसके बाद परिजनों से उनकी बहन की तरफ से दर्ज करवाई गई रिपोर्ट के बारे बातचीत कर एक फौरी बयान लिया। इसके बाद आईजी सीधे उन्नाव पहुँची। उन्होंने एसपी, एएसपी व सीओ बांगरमऊ को थाने बुलाकर पूछताछ की। इस दौरान सीओ को आईजी की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में पुलिस की लापरवाही सामने आने पर आईजी ने सीओ और थानेदार को फटकार भी लगाई है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद क्या कार्रवाई की गई, इसको लेकर उन्होंने सीओ बांगरमऊ आशुतोष कुमार व एसओ हरप्रसाद अहरवार से बिंदुवार जानकारी ली। सूत्रों का कहना है कि विश्वंभर दयाल द्वारा कई बार फोन किए जाने के बाद भी थानास्तर से संतोषजक जवाब नहीं मिला था। करीब तीन घंटे से अधिक समय थाना में रुकने के बाद आईजी लक्ष्मी सिंह लखनऊ पहुँची।
बहन की तहरीर पर पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर पल्ला झाड़ लिया
विश्वम्भर दयाल की बहन रामदेवी की शादी औरास के बहादुरपुर खंझड़ी गांव में सूरत के बेटे पप्पू से हुई है। पप्पू का अपने चाचा बाबूलाल से जमीनी विवाद चल रहा है। विपक्षी ने पप्पू के खिलाफ औरास थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें निजी सचिव का नाम भी शामिल किया तक। वहीं निजी सचिव के भांजे छोटू ने औरास थाने में चाचा के खिलाफ मारपीट और बहन से छेड़छाड़ का आरोप लगा तहरीर दी थी। जिसमें पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने की बजाय एनसीआर दर्ज कर पल्ला झाड़ लिया था। विश्वम्भर ने कई बार थानेदार और अफसरों को फोन किया लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही थी। इसकी वजह से काफी तनाव में थे।
बहन से हुई थी छेड़छाड़, घर मे घुसकर आरोपियों ने पीटा था
विश्वम्भर की बहन ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि 7 अगस्त की शाम वह खेत से वापस घर आ रही थी। रास्ते में घात लगाए बैठे पड़ोसी बाबूलाल उन्हें पकड़ लिया और बदसलूकी करने लगा। पीड़िता किसी तरह बचकर घर पहुँची। कुछ देर बाद बाबूलाल, ज्ञान प्रकाश, वीरू, बृजेश, पप्पू व हरिप्रसाद ने पीड़िता के घर पहुँच गए। आरोपियों ने पीड़िता को मारापीटा और बीच बचाव करने आई बेटी को गालिया दी। बाबूलाल के बेटे ने उससे बदसलूकी की। इतने गम्भीर आरोप में पुलिस ने एनसीआर दर्ज करके पल्ला झाड़ लिया था।
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