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उन्नाव की दिवंगत बेटी के परिजनों के साथ जब अखिलेश मिले तो हुआ यह वाकया!
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्नाव जाकर पीडिता के परिजनों से मुलाकात की। अखिलेश यादव ने उन्हें सांत्वना देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी पूरी तरह से आपके साथ है और आपकी हर संभव मदद करने को तैयार है।
उन्होंने पीड़ित के माता-पिता व अन्य परिवारीजनों से बात की और हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। कहा- परिवार की इच्छानुसार शहर में घर, नौकरी व न्याय दिलाने के लिए सरकार से मांग करेंगे। यह मुद्दा पुरजोर तरीके से सदन में उठाया जाएगा। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर अखिलेश ने योगी सरकार भी निशाना साधा। कहा- हमारे आंकड़े खराब थे, इसलिए हम सत्ता से चले गए। ढाई साल से अब भाजपा की सरकार है। दूसरो के आंकड़े बताने की जगह अच्छा काम करना चाहिए। केंद्र में भी भाजपा की ही सरकार है।
अखिलेश ने कहा- आज हमनें पीड़ित परिवार के दुख को समझने की कोशिश की है। उनका घर देखकर कोई भी कह सकता है इससे अधिक गरीबी क्या होगी? इस परिवार ने एक बहादुर बेटी को खोया है। वह बेटा न्याय के जा रही थी। पीड़ित को तब न्याय नहीं मिल पाया, जब सरकार के संज्ञान में मामले था। लेकिन सरकार उसे बचा नहीं सकी। हैदराबाद के बाद कहीं इतनी दुखद घटना हुई तो वह उत्तर प्रदेश में हुई है।
अखिलेश यादव ने योगी सरकार से सवाल करते हुए पूछा कि, सरकार क्या छिपाना चाहती थी? लखनऊ सिविल अस्पताल में जनप्रतिनिधि थे, उन्हें मिलने नहीं दिया। सरकार को पता था उसके स्वास्थ्य के बारें में। उत्तर प्रदेश में विरोध न हो, इसलिए पीड़ित को दिल्ली भेजा गया था। आखिरी समय में पीड़ित जीना चाहती थी। उसने यही कहा था कि, मैं बच तो जाऊंगी? हमारी मांग है उसे न्याय मिले, दोषी को कड़ी सजा दी जाए।
यह है मामला
उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 23 वर्षीय युवती को गुरुवार तड़के (पांच दिसंबर) रेलवे स्टेशन जाते वक्त रास्ते में पांच आरोपियों ने आग के हवाले कर दिया था। 90 फीसदी झुलस चुकी रेप पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। आरोपियों में से दो के खिलाफ पीड़िता ने बलात्कार का मामला दर्ज कराया था। इस मामले के एक आरोपी शुभम की मां ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। सपा नेताओं ने मृतक के परिवार को एक लाख की सहायता दी थी।