- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- यूपी: बिहार भाजपा की...
यूपी: बिहार भाजपा की सहयोगी, वीआईपी का यूपी के विधानसभा चुनाव में 165 सीटों के साथ लड़ना तय
मिर्जापुर:बिहार में एनडीए के साथ चुनाव लड़ने वाली सहयोगी पार्टी विकासशील इंसान पार्टी भी अब यूपी विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरने जा रही है। पार्टी ने ऐलान किया है कि उसके उम्मीदवार 165 सीटों पर अपनी किस्मत आजमाएंगे।
हालांकि वीआईपी इसकी घोषणा पहले ही कर चुकी है, लेकिन अब बिहार में भाजपा की सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी यूपी के विधानसभा चुनाव में 165 सीटों पर चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है।
विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार सरकार में मंत्री मुकेश साहनी ने मिर्जापुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि वह यूपी चुनाव में 165 सीटों पर चुनाव लडेंगे।
इसका परिणाम क्या होगा इसकी उन्हें परवाह नहीं है। इस दौरान उनके निशाने पर निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद रहे।
उन्होंने संजय निषाद को ब्लैकमेलर बताते हुए कहा कि, उन्होंने अपनी पार्टी को दुकान बना लिया है। वह समाज के हित के बजाय एक एमएलसी सीट पर समझौता कर लेते हैं।"