उत्तर प्रदेश

UPElectionResults: कोई उम्मीदवार जीत के करीब पहुंच कर हारा तो कोई हार के जीता? इन सीटों पर सबसे कम रहा हार-जीत का अंतर

Arun Mishra
11 March 2022 6:39 AM GMT
UPElectionResults: कोई उम्मीदवार जीत के करीब पहुंच कर हारा तो कोई हार के जीता? इन सीटों पर सबसे कम रहा हार-जीत का अंतर
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उत्तर प्रदेश में कई सीटें ऐसी हैं जहां हार-जीत का अंतर सैकड़ा भी पार नहीं कर पाया.

UP Election Results 2022: उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा के चुनावी नतीजे आ गए हैं. पांच में से 4 राज्यों में बीजेपी ने वापसी कर ली है. पंजाब में आम आदमी पार्टी को जीत मिली है.

उत्तर प्रदेश में कई सीटें ऐसी हैं जहां हार-जीत का अंतर सैकड़ा भी पार नहीं कर पाया. कहीं आखिरी राउंड तक प्रत्याशियों की सांस अटकी रही. जानते हैं ऐसी ही सीटों के बारे में जिनमें सबसे करीबी जीत कौनसी हैं? उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश में 15 सीटें ऐसी हैं जहां हार-जीत का अंतर हजार वोटों से भी कम है. इनमें से 8 सीटों पर बीजेपी, 6 पर सपा और एक पर निषाद पार्टी की जीत हुई है.

यूपी की इन 15 सीटों पर हजार से भी कम अंतर


योगी के नेतृत्व में बीजेपी का वोट बढ़ा

सीएम योगी ने हिंदुत्व के एजेंडे को धार देने के साथ-साथ पीएम मोदी के विकास मॉडल को जमीन पर उतारने का काम किया. योगी ने सूबे की जनता का भरोसा जीता, जिसके आगे विपक्षी दलों के नेताओं की एक नहीं चली. यूपी चुनाव में अबकी बार भले ही बीजेपी की सीटों की संख्या कम हुई हो, लेकिन पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा है. 2017 में बीजेपी 40 फीसदी वोटों के साथ 312 सीटों के साथ सत्ता पर काबिज हुई. लेकिन अबकी बार 41 फीसदी से ज्यादा वोट मिले और 255 सीटें जीती. 1980 से लेकर 2017 तक बीजेपी को 40 फीसदी से ज्यादा वोट नहीं मिले, लेकिन अबकी बार नया रिकॉर्ड बना है.

जीत के बाद सीएम योगी ने कहा कि यह बहुमत भाजपा के राष्ट्रवाद, विकास और सुशासन के मॉडल को यूपी की 25 करोड़ जनता का आशीर्वाद है. इसे हम सबको स्वीकार करते हुए सबका साथ, सबका विकास, सबका विकास और सबके प्रयास के नारे पर आगे बढ़ना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने देखा होगा कि बीते 5 सालों में डबल इंजन की सरकार ने जिस तरह से यूपी में सुरक्षा देने का काम किया, उसे लोगों ने सराहा है. हमने जिस तरह से पीएम मोदी की लीडरशिप में विकास और कल्याणकारी योजनाओं को आगे बढ़ाया है, उसका परिणाम है कि आज जनता ने जातिवाद, वंशवाद की राजनीति को परास्त कर दिया है.

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