वाराणसी

खाकी की असंवेदनशीलता का शिकार हुआ एक और पत्रकार

Shiv Kumar Mishra
14 Aug 2020 4:51 AM GMT
खाकी की असंवेदनशीलता का शिकार हुआ एक और पत्रकार
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वाराणसी। सिगरा पुलिस की असंवेदनशीलता की वजह से एक और पत्रकार की मौत हो गयी। ताजा मामला चंदौली जनपद के मुगलसराय के रहने वाले नेशनल चैनल के टीवी पत्रकार का है, जो 4 अगस्त से सिगरा स्थित अपने किराये के फ्लैट से रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गए थे। काफी खोजबीन के बाद जब पत्रकार रोहित का कुछ पता नहीं चला तो परिजनों ने सिगरा थाने पर इनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, मगर सिगरा पुलिस के जाँच का ढुलमुल रवैया का नतीजा ये हुआ कि आज प्राथमिक तौर पर पता चला कि विश्व सुंदरी पुल से संदिग्ध हालत में रोहित ने छलांग लगाई। मौके पर मौजूद मल्लाहों ने रोहित को डूबने से बचा लिया और रोहित को घायलावस्था में बीएचयू के ट्रामा सेंटर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जहां आज शाम रोहित की मौत हो गयी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के दौरान रोहित ने अपने किसी मित्र के कहने पर तथाकथितरूप से दिल्ली से वाराणसी आई एक युवती को अपने फ्लैट में रहने की जगह दे रखे थे। चूंकि उन दिनों होटल, लॉज सभी पूरी तरह से बंद था। वो युवती उन्हीं के साथ वहां रह रही थी। वहीं 11 अगस्त को उनके फेसबुक पर रोहित के कुछ ऐसी फोटों को शेयर किया गया, जिसे देखकर उनके दोस्तों को हैरानी हुई। हालांकि युवती ने पहला पोस्ट 10 तारीख को डाला था जिसमें उसने रोहित पर गबन लगाया था। वहीं आपत्तिजनक फोटो को जो उनके फेसबुक पर उस युवती ने डाला था उसको देखते ही उनके दोस्तों और परिजनों ने रोहित को लगातार करने लगे लेकिन किसी ने भी फोन नहीं उठाया। इधर बीच उनके फेसबुक अकॉउंट पर उस महिला ने रोहित को लेकर मैसेज डालना शुरू किया। हालांकि रोहित ने कुछ दोस्तों से पैसे उधार ले रखे थे। वो युवती लगातार रोहित के फेसबुक पर एक्टिव थी। वहीं कल रात के बाद से अब तक दुबारा फेसबुक अकॉउंट पर उस महिला ने कोई मैसेज नहीं डाला।

वहीं सुबह करीब 12 बजे के बाद ये खबर मिलती है कि रोहित श्रीवास्तव ने विश्व सुंदरी पुल से गंगा में छलांग लगा ली है और मल्लाहों ने उनको बचाया, जिसके बाद उनको ट्रामा सेंटर इलाज के लिए ले जाया गया। वहीँ ये बात भी सामने आई की रोहित के सिर पर चोट के निशान भी थे। वहीं शाम में ये खबर मिलती है कि रोहित श्रीवास्तव की इलाज के दौरान मौत हो गयी। इस खबर से उनके सभी जानने वाले को गहरा धक्का लगा है। अगर समय रहते गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस कोशिश करती तो शायद ये पत्रकार की जान आज बच जाती। लेकिन पुलिस की असंवेदनशीलता की वजह से रोहित श्रीवास्तव अब हमारे बीच नहीं रहे।

इन सब के बीच कई सवाल लोगों के मन में आ रहे हैं कि पहले रोहित लापता होते हैं फिर आज अचानक वो संदेहास्पद स्थित में गंगा में छलांग लगा देते हैं। इस पूरे मामले में कही ना कुछ गहरा राज छिपा है जो रोहित के मौत साथ ही चला गया। लेकिन अगर पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाती है तो बहुत सारे अनसुलझे राज से पर्दा उठ सकता है। इस पूरे मामले में सवालिया निशान भी उठता है कि जब 4 अगस्त से रोहित लापता थे तो उनका मोबाइल ये युवती लगातार कैसे चला रही थी क्यूंकि सभी अपने मोबाइल को अपने साथ रखते हैं। ये एक बड़ा सवाल है।

हालांकि इस मामले के बाबत नेशनल विज़न ने वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक से बात किया तो उन्होंने बताया कि वह युवती अपने वकील के साथ आज उनसे मिलकर प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें युवती ने रोहित के ऊपर फ्रॉडगिरी और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है। इसके साथ रोहित की वह मोबाइल जो इस युवती ने अपने कब्जे में ले रखा था उसको भी एसएसपी को दे दिया। मृतक रोहित के इस मोबाइल में बहुत कुछ राज छिपे हो सकते हैं। पूरे मामले में एसएसपी ने कहा है कि इस मामले की उच्स्तरीय जांच कराकर सच्चाई को सामने लाया जायेगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी

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