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वाराणसी में छठ पूजा! उगते सूर्य को दिया अर्घ्य घाट किनारे उमड़ा आस्था का ज्वार...
सूर्य की उपासना का तीन दिवसीय महापर्व डाला छठ आज पूरे भारत में आस्था और निष्ठा के साथ अर्घ्य देकर संपन्न हुआ। इसी आस्था के सैलाब पर शिव की नगरी काशी में भी छठी माता भक्तों में उदयमान सूर्य की आराधना देखी गई। पुराणों के अनुसार कार्तिक मास की पंचमी तिथि से इस कठोर व्रत की शुरुआत होती है जो सप्तमी की सुबह सूर्य के उदय होने के बाद समाप्त होता है।
यही कारण है की आज वाराणसी के सभी घाटों पर सूर्य निकले से पहले ही व्रत करने वाली महिलाओं और उनके परिवार के लोग गंगा घाटों पर मौजूद हो गए। जैसे ही भगवान भाष्कर ने अपने भक्तों को दर्शन दिया लोगों ने हर-हर-महादेव के नारे के साथ ही घाटों पर अर्घ्य देना शुरू कर दिया। ये पूजा पुत्र और पति की दीर्घ आयु की कामना के लिए की जाती है, साथ व्रत करने वाले लोग मानते हैं जो भी श्रद्धालु सच्ची निष्ठा और आस्था के पुष्प ये व्रत कर साक्षात् सूर्य की आराधना करता है। उसकी ये मुराद पूरी होती है।