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दुलहीपुर में बिजली बिल 5 गुना बढ़ने से दर्जनों पावरलूम बंद, सैकड़ों परिवारों की छिन गई रोजी-रोटी
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बिजली बिल बढ़ने से दर्जनों पावरलूम बंद
दुलहीपुर, हिन्दुस्तान संवाद। दुलहीपुर सहित आसपास के गांवों में मुख्य व्यवसाय बुनकरी का है। इसमें सैकड़ों लोगों का परिवार चलता है, लेकिन बीते छह माह पूर्व पावरलूम पर बिजली का दर पांच गुना बढ़ाहा ि दिये जाने से दर्जनों की संख्या में पावरलूम बंद हो गए हैं।
इस दौरान सैकड़ों की संख्या में बुनकर गैर रप्रांत में पलायन कर चुके है। पावरलूम से जुड़े कारोबार के लोगों का कहना है कि बिजली बिल पांच गुना बढ़ जाने से खर्च निकलना मुश्किल हो गया है।
जिले का सबसे बड़ा बुनकरों का हब माना जाने वाला दुल्हीपुर क्षेत्र इन दोनों बिजली बिल की पांच गुना वृद्धि से त्रस्त है। इसके कारण साड़ियों पर आने वाला खर्च बढ़ गया है और रेट न बढ़ने के कारण हजारों बुनकर दक्षिण भारत में पलायन कर चुके है। कारण आधा वाट बिजली बिल का 65 की जगह 400 कर दिया गया है। आधा किलो वाट पावरलूम मशीन पर प्रतिमाह 65 रुपया बिल आता था, लेकिन बीते मार्च माह से पांच गुना बढ़ाकर 400 दर कर दिया गया। इसी क्रम में पांच किलो वाट तक 165 की जगह 800 दर निर्धारित कर दिया गया। वही नये बिजली दर लागू होते ही लगभग दो सौ की संख्या में पावरलूम बेद हो गये। इससे जुड़े बुनकर गैर प्रांत में पलायन कर चुके है। इससे धंधे से जुड़े लोगों का कहना है कि खर्च के हिसाब से आमदनी न होने के कारण पावरलूम बंद करना पड़ रहा है।
क्वालिटी हैंडलूम सिल्क बुनकर सहकारी समिति लिमिटेड के अध्यक्ष पूर्व प्रधान हाजी महफूररहमान उर्फ बाबू हाजी ने बताया कि बुनकरी व्यवसाय से लगभग पांच हजार लोग जुड़े थे, लेकिन अब मोहभंग होने लगा है। कारण लागत ज्यादा होने पर साड़ी का दाम भी बढ़ेगा। इसका फायदा सूरत के के बड़े उघोगपति कम रेट पर साड़ी बनारस में बेच रहे है। इससे बनारसी निर्मित साड़ियां कम बिक रही है। बनारस साड़ी के मामले में पूरे विश्व में जाना जाता था, लेकिन अब धीरे धीरे विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गया है। यही कारण है कि बुनकरी से जुड़े लोग मकान पर ताला बंदकर पलायन कर रहे या किराये पर दे दिये है।
दर्जनों लोग बुनकरी का काम किये बंद: उस्मान अंसारी, अल्ताफ उर रहमान, इमाम हमजा, अंसार अहमद, इरफान अहमद आदि दर्जनों लोग पावरलूम कई माह से बंद कर दिये है। जिससे उनकी समस्याएं बढ़ गई है। पावर रूम न चलने के कारण मीटर चल रहा है और किस्त भी आ रही है, लेकिन मजबूरी बस पैसा जमा नहीं हो पा रहा है।
पावरलूम पर खर्च बिढ जाने से व्यापार चौपट हो गया है। इसमें ज्यादा परेशानी छोटे कारोबारियों को हो रही है। सरकार को बिजली दर कम कर कारोबार को बढ़ावा देना चाहिए। - बुनकर सफीकुजकमा
- बुनकर आमीन अहमद
बिजली बिल का दर अचानक पांच च गुना बढ़ जाने से लगभग दो हजार से ज्यादा बुनकर दर-दर की ठोकर खा रहे है।
- कारोबारी हमीदुल्लाह अंसारी
सतपोखरी क्षेत्र में GG सरोकारी क्षेत्र महाबलपुर, महमूदपुर, भिसौडी दुल्हीपुर, मलोखर, शकूराबाद सहित कई गांव के बुनकर बिजली वृद्धि का रोना रो रहे हैं।
GG दुलहीपुर के बुनकरी व्यवसाय के उत्थान को लेकर सरकार को गंभीर होना पड़ेगा। ताकि बनारस के साड़ियों का कारोबार विलुप्त न होने पाये।
- कारोबारी हाजी महफीजुर्रहमान