वाराणसी

प्रशासन के गैर कानूनी रवैये के खिलाफ पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में गांधीजनों ने किया उपवास

प्रशासन के गैर कानूनी रवैये के खिलाफ पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में गांधीजनों ने किया उपवास
x

वाराणसी स्थित सर्व सेवा संघ के साधना केंद्र की जमीन पर स्थानीय प्रशासन द्वारा अवैध कब्जा करने के खिलाफ गांधी जनों ने 5 सितंबर को गांधी की प्रतिमा के सामने उपवास किया। गांधी जनों ने उपवास कर प्रशासन को आगाह किया है कि वह गैर कानूनी कार्रवाई से बचें और वादे के मुताबिक साधना केंद्र की जमीन को अपने कब्जे से तत्काल मुक्त करें।

मौन उपवास पर उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष भगवान सिंह, पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र सिंह चौहान,कार्यक्रम संयोजक राम धीरज और राष्ट्रीय मंत्री अरविंद कुशवाहा बैठे। उपवास की शुरुआत गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। यह उपवास वाराणसी प्रशासन द्वारा सर्व सेवा संघ के साधना केंद्र की जमीन पर कब्जा कर लेने और वादे के मुताबिक तय समय पर खाली नहीं करने के विरोध में किया गया।

उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के कार्यक्रम संयोजक रामधीरज ने बताया कि वाराणसी जिला प्रशासन ने सर्व सेवा संघ की जमीन पर यह कह कर जबरन कब्जा कर लिया था कि यहां पर विश्वनाथ कॉरिडोर का कुछ सामान रखा जाएगा और अगस्त 2021 तक खाली कर दिया जाएगा। अगस्त के बाद सितंबर आ गया लेकिन प्रशासन जमीन खाली करने के बजाय उस पर गैर कानूनी निर्माण किया जा रहा है।

गौरतलब है कि वाराणसी प्रशासन ने सर्व सेवा संघ की जिस क्रय शुदा जमीन पर कब्जा कर लिया है,उसे आचार्य विनोबा भावे ने भूदान यात्रा के दौरान भूदान ग्रमदन आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिए सर्वोदय कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण,अध्ययन,वैचारिक आध्यात्मिक साधना और गांधी जी के रचनात्मक कार्यक्रमों पर शोध करने के लिए स्थापित किया था।

लोकनायक जय प्रकाश नारायण खुद यहां रह कर शोध कार्यों का संचालन करते थे। इसी तरह वरिष्ठ गांधीवादी विचारक शंकर राव देव, अच्युत पटवर्धन,दादा धर्माधिकारी,सुंदर लाल बहुगुणा,आचार्य राममूर्ति और निर्मला देशपांडे जैसी विभूतियां प्रवास करती रही थीं। स्थानीय प्रशासन के दखल से केंद्र की स्थापना की मूल भावना पर आघात है।

Next Story