वाराणसी

पीएम मोदी आ रहे हैं काशी! "काशी तमिल संगमम" कार्यक्रम का करेगें शुभारंभ...

Gaurav Maruti Sharma
16 Nov 2022 8:24 AM IST
पीएम मोदी आ रहे हैं काशी! काशी तमिल संगमम कार्यक्रम का करेगें शुभारंभ...
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पीएम मोदी आ रहे हैं काशी! "काशी तमिल संगमम" कार्यक्रम का करेगें शुभारंभ...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 नवंबर को काशी के दौरे पर आ रहे हैं। पीएम मोदी काशी में होने वाले *काशी तमिल संगमम" में भाग लेंगे। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी का काशी दौरा चार घंटे का होगा। वाराणसी जिला प्रशासन को पीएम मोदी के दौरे की प्रारंभिक सूचना मिल चुकी है।

पीएम मोदी 19 नवंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के एमपी थियेटर ग्राउंड में "काशी- तमिल संगमम" कार्यक्रम में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की प्रारंभिक सूचना वाराणसी जिला प्रशासन को मिल चुकी है। प्रारंभिक सूचना मिलते ही जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ में आ गया है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी का काशी दौरा लगभग 4 घंटे का होगा। आज कार्यक्रम स्थल सहित अन्य जगहों पर एसपीजी जिला प्रशासन के साथ दौरा कर सकती है। प्रारंभिक सूचना के मुताबिक पीएम मोदी बाबतपुर हवाई अड्डे आएंगे वहां से हेलीकॉप्टर से बीएचयू हेलीपैड जाएंगे बीएचयू हेलीपैड से बीएचयू में ही बने कार्यक्रम स्थल में प्रधानमंत्री मोदी का कार्यक्रम प्रस्तावित है।

क्या है काशी तमिल संगमम

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में सभी भाषा को महत्व दिया गया है। इसी महत्व को समझते हुए काशी में एक महीने काशी—तमिल संगमम का आयोजन किया जा रहा है। एक महीने तक आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में तमिलनाडु के तीन केंद्र से 12 समूहों में कुल 2500 लोगों को काशी आमंत्रित किया जा रहा है। जो काशी की संस्कृति और इसके महत्व को समझेंगे।

काशी-तमिल संगमम ज्ञान के विभिन्न पहलुओं-साहित्य, प्राचीन ग्रंथों, दर्शन, आध्यात्मिकता, संगीत, नृत्य, नाटक, योग, आयुर्वेद, हथकरघा, हस्तशिल्प के साथ-साथ आधुनिक नवाचार, व्यापारिक आदान-प्रदान, एजुटेक एवं अगली पीढ़ी की अन्य प्रौद्योगिकी आदि जैसे विषयों पर केंद्रित होगा। इन विषयों पर विचार- गोष्ठी, चर्चा, व्याख्यान, कार्यशाला आदि आयोजित किए जाएंगे, जिसके लिए संबंधित विषयों के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आयोजन छात्रों, विद्वानों, शिक्षाविदों, पेशेवरों आदि के लिए भारतीय ज्ञान प्रणाली, शिक्षा एवं प्रशिक्षण से संबंधित कार्यप्रणालियों, कला एवं संस्कृति, भाषा, साहित्य आदि से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में सीखने का एक अनूठा अनुभव होगा।

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