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PM मोदी वाराणसी में दो और गांवों को लेंगे गोद, नाम हुआ फाइनल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो और गांवों को गोद लेंगे। इसके लिये जिले के सेवापुरी ब्लॉक के पुरेबरियार गांव और आराजीलाइन ब्लॉक के परामपुर गांव का चयन किया गया है। चयन की जानकारी होते ही इन गांवों में उल्लास सा माहौल है। ग्रामीण गदगद हैं। अब गांवों की सड़कें ठीक होंगी तो कई योजनाएं दौड़ेंगी। अब इन गांवों में स्मार्ट स्कूल, स्मार्ट पंचायत भवन, बैंक, आगनबाड़ी केंद्र, सुलभ शौचालय, सोलर लाइट, पानी की टंकी, सुगम स्वास्थ्य की सुविधाएं विकसित होंगी। इससे पहले पीएम मोदी वाराणसी में चार गांवों को गोद ले चुके हैं।
पहली बार प्रधानमंत्री बनते ही मोदी ने साल 2014 के नवंबर में सांसद आदर्श ग्राम योजना शुरू की थी। उन्होंने खुद वाराणसी के जयापुर गांव को गोद लिया था। जयापुर के बाद नागेपुर, ककरहिया और डोमरी को भी प्रधानमंत्री ने आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया। डोमरी के बाद प्रधानमंत्री ने 2 वर्षों से किसी गांव को गोद नहीं लिया था।
सांसद आदर्श ग्राम योजना के प्रथम चरण में नवंबर 2014 में प्रधानमंत्री ने जयापुर गांव को गोद लिया था। पीएम मोदी गांव में आए भी थे। इस गांव में नन्दघर (आंगनबाड़ी केंद्र), डा.भीमराव अंबेडकर पार्क, दो यात्री प्रतीक्षालय, घर-घर शौचालय, विद्युतीकरण, गांव में जगह-जगह बैठने हेतु 135 बेंच, बीएसएनएल की वाई-फाई सुविधा, अटल नगर, सामुदायिक शौचालय, बुनकरों को कार्ड व प्रशिक्षण की सुविधा, उज्जवला योजना के तहत गैस वितरण, सोलर लैंप का वितरण, सोलर लाइट, पेयजल हेतु जलनिगम का नलकूप व टंकी, दो सोलर प्लांट, प्राथमिक विद्यालय का सुंदरीकरण, कन्या विद्यालय, चरखा केंद्र, बस सेवा, एटीएम आदि की स्थापना हुई।
सांसद आदर्श ग्राम योजना के द्वितीय चरण में पांच 2016 को मोदी द्वारा नागेपुर गांव को गोद लिया। अब तक इस गांव में नन्दघर (आंगनबाड़ी केंद्र), डा.भीमराव अंबेडकर पार्क, दो यात्री प्रतीक्षालय, घर-घर शौचालय (ओडीएफ गांव), विद्युतीकरण, गांव में जगह-जगह बैठने हेतु 100 बेंच, सामुदायिक केंद्र पर बीएसएनएल की वाई-फाई सुविधा, पीएनबी किसान प्रशिक्षण केंद्र, कैशलेस बनाने हेतु प्रयासरत (दुकानदारों को स्वैप मशीन मिली, पर प्रयोग नहीं), बुनकरों को कार्ड व प्रशिक्षण की सुविधा, उज्जवला योजना के तहत गैस वितरण, मन की बात सुनने हेतु रेडियो वितरण, दस सोलर लाइट, पेयजल हेतु जलनिगम का नलकूप व टंकी, प्राथमिक विद्यालय का सुंदरीकरण, एसएलआरएम (सॉलिड लिक्विड रिसोर्ज मैनेजमेंट), बस सेवा आदि की सौगात मिली है।
प्रधानमंत्री सांसद आदर्श गांव ककरहिया को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 जुलाई 2017 को गोद लिया। इसकी घोषणा स्वयं सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांव में आकर किया था। पेयजल संकट से जूझ रहे गांव को पेयजल योजना की सौगात मिली जिससे करीब 250 घरों में पानी पहुंच रहा है यही नहीं बगल के सरहरी गांव के भी कुछ घरों में भी कनेक्शन दिया गया है। लेकिन जमीन की अनुपलब्धता के चलते उच्चस्तरीय व्यामशाला का निर्माण नहीं हो सका। इंटर की शिक्षा के लिए बच्चों को करीब दस किलोमीटर दूर जगतपुर या गंगापुर जाना पड़ता है।
सांसद आदर्श ग्राम योजना तहत 2018 प्रधानमंत्री ने गंगा पार स्थित डोमरी गांव को गोद लिया। इस गांव में बहुतायत कार्य हुए हैं। कुछ जमीन पर आकार ले चुकी है कुछ लेने की राह देख रही है। इसमें मुख्य रूप से हैलीपैड का निर्माण है। हालांकि अभी काम रूका हुआ है। एक किलोमीटर सीसी रोड का निर्माण हुआ।