वाराणसी

9 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद जय बहादुर ने भी दम तोड़ा, साथी की पहले जा चुकी है जान

9 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद जय बहादुर ने भी दम तोड़ा, साथी की पहले जा चुकी है जान
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हेड कांस्टेबल जय बहादुर यादव। (फाइल फोटो)

वाराणसी। शिवपुर के भेलखा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों ट्रक की टक्कर से घायल 45 वर्षीय हेडकांस्टेबल जय बहादुर यादव निवासी रूदरी थाना रानी की सराय जनपद आजमगढ़ की मौत हो गई। दुर्घटना में एक अन्य सिपाही बीती 21 नवंबर की सुबह उपचार के दोरान अजय भान गिरी की मौत हो गई थी। वहीं, लगभग 9 दिन तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद जय बहादुर ने भी आज दम तोड़ दिया।

बड़ागांव थाना क्षेत्र के हरहुआ पुलिस चौकी के पैंथर में तैनात हेड कांस्टेबल जय बहादुर यादव और कांस्टेबल अजय भान गिरी बीते दिनों रात मे गश्त कर रहें थे। वे भेलखा मोड़ से आगे बढ़े और हाइवे के बीच में क्रासिंग न होने के चलते वे सड़क पर करने के लिए गणेशपुर पहुंच गए। उसी समय पीछे से आ रहे ट्रक ने उनको टक्कर मार दिया। टक्कर मारने के बाद ट्रक चालक दोनों सिपाहियों और उनकी मोटरसाइकिल को घसीटते हुए करीब 20 मीटर तक ले गया।

वहीं सामने ही पर 112 डायल पीआरबी 3198 की बोलेरो में भी पुलिसकर्मी मौजूद बैठे थे। ट्रक चालक उनके वाहन को भी जोरदार टक्कर मार दी। जिससे बोलेरो पलट गई। पीआरबी वैन में शैलेन्द्र चौरसिया निवासी हरपुर थाना सरायलखंसी, मऊ घायल हुए। घटना के बाद जबतक सिपाही कुछ समझ पाते तब तक ट्रक चालक ट्रक लेकर शहर की तरफ भाग निकला। घायल तीनों सिपाहियों को निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, जहां गंभीर रूप से घायल जय बहादुर यादव और अजय भान गिरी को शहर में इलाज के लिए रेफर कर दिया गया था। इलाज के दौरान कांस्टेबल अजयभान गिरी की 21 नवम्बर को मौत हो गई। वही शुक्रवार को इलाज के दौरान हेडकांस्टेबल जय बहादुर यादव की भी सांसें टूट गई।

एक हफ्ते के भीतर बड़ागांव थाने के एक कांस्टेबल और एक हेड कांस्टेबल की असमय ही मौत हो गई। इसके चलते बड़ागांव थाने के पुलिसकर्मियों में शोक की लहर है। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अमित वर्मा ने बताया कि जिस ट्रक ने दोनों पुलिसकर्मियों को टक्कर मारी थी, सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से उसे चिह्नित कर लिया गया है। ट्रक के साथ आरोपी चालक जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा। हादसे में जान गंवाने वाले दोनों पुलिसकर्मियों के परिजनों के साथ पूरे महकमे की संवेदना है। सरकारी नियमानुसार पीड़ित परिजनों की पूरी मदद की जाएगी।


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