देहरादून

तेज रफ्तार कार से टकराए बाघ की मौत, ड्राइवर भी घायल

Shiv Kumar Mishra
8 Jan 2021 3:21 PM GMT
तेज रफ्तार कार से टकराए बाघ की मौत, ड्राइवर भी घायल
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वन विभाग की टीम ने बाघ को ढूंढने के लिए पूरी रात सर्च अभियान चलाया पर सफलता नहीं मिली. सुबह फिर सर्च अभियान शुरू किया और जंगल के अंदर इस नर बाघ का शव बरामद कर अपने कब्जे में लिया.

उत्तराखंड के हल्द्वानी के फतेहपुर क्षेत्र में तेज रफ्तार इनोवा कार की चपेट में आए एक बाघ की मौके पर ही मौत हो गई. बाघ की मौत खबर जैसे ही वन विभाग के अधिकारियों को लगी तो मौके पर आनन-फानन में पहुंचे और शव को कब्जे में ले लिया, साथ ही टक्कर मारने वाली इनोवा गाड़ी को भी कब्जे में ले लिया.

टक्कर इतनी भीषण थी कि इनोवा गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और गाड़ी के सभी एयर बैग खुल गए. वन विभाग की टीम ने बाघ का शव अपने कब्जे में लिया है. साथ ही टक्कर मारने वाली इनोवा गाड़ी को भी कब्जे में ले लिया. जानकारी के मुताबिक यह घटना फतेहपुर रेंज की बताई जा रही है. वन विभाग के अधिकारी अग्रिम कार्रवाई में जुट गए हैं.

रात में नहीं मिला बाघ

हादसे की खबर जब वन विभाग के अधिकारियों को लगी तो मौके पर आनन-फानन में पहुंचे. वन विभाग की टीम ने बाघ को ढूंढने के लिए देर रात तक सर्च अभियान चलाया पर सफलता नहीं मिली. सुबह फिर सर्च अभियान शुरू किया और जंगल के अंदर इस नर बाघ का शव बरामद कर अपने कब्जे में लिया. भयानक टक्कर के बाद घायल बाघ जंगल के अंदर चला गया और वहीं उसकी मौत हो गई.

वन विभाग के अधिकारियों की जानकारी के मुताबिक बाघ की उम्र करीब 12 वर्ष की है और यह घटना भाखड़ा पुल के पास कालीगाड बीट में हुई जहां तेज गति से आ रही इनोवा कार ने बाघ को टक्कर मार दी. हादसे में बाघ की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.

वन विभाग इस मामले में टक्कर मारने वाले आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रही है. गौरतलब है कि एक साल पहले भी इसी रेंज में आपसी संघर्ष में एक बाघ की मौत हो गई थी और अब सड़क हादसे में एक व्यस्क बाघ की मौत हो गई.

हादसे में ड्राइवर भी घायल

फतेहपुर वन रेंज के रेंजर ख्याली राम ने बताया कि कल रात 7 से 8 के बीच में एक इनोवा गाड़ी कालाढूंगी से हल्द्वानी की तरफ जा रही थी और भाखड़ा नदी के पुल के पास यह बाघ सड़क पार करते हुए इनोवा गाड़ी से टकरा गया. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इनोवा गाड़ी के सारे एयर बैग खुल गए और ड्राइवर भी बुरी तरह घायल हो गया. सूचना मिलने पर शाम को ही हम लोगों ने सर्च अभियान चलाया पर सफलता नहीं मिली क्योंकि यह बाघ सड़क से जंगल के अंदर चला गया था.

उन्होंने बताया कि सुबह 6 बजे दोबारा सर्च अभियान शुरू किया और इसका शव जंगल के अंदर बरामद हुआ. बाघ का पोस्टमार्टम करा दिया गया और उच्च अधिकारियों को भी इस बारे में सूचित कर दिया गया. इसकी उम्र लगभग 12 वर्ष थी और इसका वजन लगभग 2 कुंटल (200 किलो) था. सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद अधिकारियों और वन कर्मियों की उपस्थिति में बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया गया.

देश में बाघों की संख्या को लेकर लगातार चिंता जताई जा रही है और सरकार की ओर से संख्या बढ़ाने और संरक्षण को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि हल्द्वानी रामनगर मार्ग में वन्यजीवों की बढ़ती तादाद को देखते हुए फिलहाल इस तरह का कोई कार्य नहीं किया गया है, जिससे कि वन्यजीवों की जान को बचाने का प्रयास किया जा सके.

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