उत्तराखण्ड

उत्तराखंड का रहस्यमयी पर्वत, वो सुंदर लड़कियां कौन हैं, क्या परियां आती हैं यहां

Smriti Nigam
22 May 2023 8:07 PM IST
उत्तराखंड का रहस्यमयी पर्वत, वो सुंदर लड़कियां कौन हैं, क्या परियां आती हैं यहां
x
परियों की कहानियां बचपन में तो आपने जरूरी पढ़ी और सुनी होगी। कहते हैं परियां बहुत ही सुंदर होती हैं

परियों की कहानियां बचपन में तो आपने जरूरी पढ़ी और सुनी होगी। कहते हैं परियां बहुत ही सुंदर होती हैं और ये जिन पर मेहरबान हो जाएं उसे मालामाल बना देती हैं।

इंसानों से इनके प्रेम के किस्से भी पहड़ों पर सुनाए जाते हैं। तो किस्सों की दुनिया से आगे निकलते हुए एक ऐसी जगह की ओर चलते हैं जहां आज भी लोग परियों और वनदेवियों को देखने का दावा करते हैं।

परियों की हसीन दुनिया में हम जहां आपको लेकर जा रहे हैं वह दिल्ली से बहुत दूर नहीं है। उत्तराखंड के ऋषिकेश से आप सड़क मार्ग से गढ़वाल जिले के फेगुलीपट्टी के थात गॉव तक किसी सवारी से पहुंच सकते हैं।

यहां से पैदल परियों की नगरी तक यात्रा करनी पड़ती है।थात गांव के पास ही गुंबदाकार का पर्वत है जिसे खैट पर्वत कहते हैं। समुद्रतल से करीब 10000 फीट की ऊचाई पर यह पर्वत जन्नत से कम नहीं है।

कहते हैं यहां लोगों को अचानक ही कहीं परियों के दर्शन हो जाते हैं। लोगों का ऐसा मानना है कि परियां आस-पास के गांवों की रक्षा करती हैं।थात गॉव से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर खैटखाल नाम का एक मंदिर है जिसे यहां के रहस्यों का केन्द्र माना जाता है।

यहां परियों की पूजा होती है और जून के महीने में मेला लगता है।परियों को चटकीला रंग, शोर और तेज संगीत पसंद नहीं है इसलिए यहां इन बातों की मनाही है। यहां एक जीतू नाम के व्यक्ति की कहानी भी काफी चर्चित है।

कहते हैं जीतू की बांसुरी की तान पर आकर्षित होकर परियां उसके सामने आ गईं और उसे अपने साथ ले गईं।यहां एक रहस्यमयी गुफा भी है जिसके बारे में कहा जाता है कि इसके आदि अंत का पता नहीं चल पाया है।

इस स्थान का संबंध महादेव द्वारा अंधकासुर और देवी द्वार शुंभ निशुंभ के वध से भी जोड़ा जाता है। कुछ लोग अलौकिक कन्याओं को योगनियां और वनदेवी भी मानते हैं।भी है यहां रहस्य और रोमांच का अद्भुत संगम है। अगर रोमांच चाहते हैं तो एक बार जरूर यहां की सैर कर आएं। परियां मिले ना मिले लेकिन आपका अनुभव किसी परिलोक की यात्रा से कम नहीं होगा।

खैत पर्वत उत्तराखंड राज्य के टिहरी जिले के घनसाली में स्थित एक प्रसिद्ध पर्वत है । खैत पर्वत को “परियों का देश” भी कहा जाता है। कहा जाता है कि यहां परियों का निवास स्थान है। खैत पर्वत समुद्र तल से लगभग 10500 फीट की ऊंचाई पर है।

मुसनकिरी गांव से खैत पर्वत तक 5 किमी की पैदल यात्रा के बाद पहुंचा जा सकता है, और मुसनकिरी गांव घनसाली से लगभग 25 किमी दूर है। खैत पर्वत मंदार घाटी के सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है और कुछ हिमालय पर्वतमाला भी यहाँ से दिखाई देती हैं।

Smriti Nigam

Smriti Nigam

    Next Story