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- उत्तराखंड की सियासत...
भाजपा विधायक दल की बैठक में प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के तौर पर पुष्कर सिंह धामी के नाम पर सहमति बनी है। पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के 11वें सीएम के तौर पर आज शाम 6 बजे शपथ लेंगे..
पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे की पेशकश के बाद उत्तराखंड में जारी सियासी संकट के बीच शनिवार को नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया गया है, जिसमें पुष्कर सिंह धामी के नाम पर सहमति बनी है।
देहरादून में आयोजित विधायक दल की बैठक में इस निर्णय पर मुहर लगा दी है आज शाम को 6:00 बजे पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
कौन है पुष्कर सिंह धामी ?
पुष्कर सिंह धामी का जन्म जनपद पिथौरागढ़ की ग्राम सभा टुण्डी, तहसील डीडीहाट में 16 सितंबर 1975 को हुआ है। वे एक मध्य मर गया परिवार से नाता रखते हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल में हुई ।
राजनीतिक में कदम..
पुष्कर सिंह धामी बचपन से ही राष्ट्रवाद के प्रति आतुर रहे हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विद्यार्थी परिषद के साथ इनका अच्छा खासा संबंध रहा। धामी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में विभिन्न पदों में रहकर 1990 से 1999 तक जिले से लेकर राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर तक विद्यार्थी परिषद में कार्य किया। वे दो बार भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सरकार में सन् 2010 से 2012 तक शहरी विकास अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया। और इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की जनता की समस्याओं का समाधान किया। जिससे वे काफी लोकप्रिय हुए। यही कारण है कि उन्होंने 2012 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की। वर्तमान में वह खटीमा विधानसभा सीट से विधायक हैं। वे इस सीट से दो बार विधायक बन चुके हैं।
इससे पहले इन्होंने सन् 2002 से 2008 तक लगातार पूरे प्रदेश में जगह-जगह भ्रमण कर युवा बेरोजगार को संगठित करने का काम किया। इसके लिए उन्होंने कई विशाल रैलियों को आयोजित किया। इसी कड़ी में उन्हाेंने 11 जनवरी 2005 को प्रदेश के 90 युवाओं के साथ विधानसभा का घेराव करने के लिए ऐतिहासिक रैली आयोजित की थी। धामी को युवा शक्ति का नेतृत्व करने के लिए एक प्रेरणा माना जाता है। आज पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का सीएम पद के लिए चुन लिया गया है इसलिए विरोधी पार्टी धामी को लेकर नए कयास जरूर कसेगीं।