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सरकार द्वारा हो रहे शोषण से तंग आकर अब उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशक 27 दिसंबर से लखनऊ में अनिश्चितकालीन धरने का आगाज करेंगे। जिसकी अनुमति प्रशासन से मिल गयी है।
नियमितीकरण है जरूरी: अनुदेशक
अनुदेशकों का कहना है कि 10 साल हो गए हमें इस पद पर कार्य करते हुए लेकिन इस बीच हमारा मानदेय केवल 2 हजार हो बढ़ाया गया। हम किस आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं यह हम ही जानते हैं।हमारे विद्यालय इतनी दूरी पर हैं की आने जाने में ही पूरा दिन निकल जाता है और मानदेय का लगभग आधा से ज्यादा हिस्सा केवल विद्यालय आने जाने में ही खर्च हो जाता है। ऐसे में हम क्या करें? हम समझ नहीं पा रहे हैं। आज के इस महंगाई के दौर में भला 9000 में कैसे खर्चा चलेगा। अगर सरकार हमें नियमित कर देती है तो हमारी सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
27 से होगा अनिश्चितकालीन धरना: अनुदेशक
अनुदेशकों ने बताया कि, सरकार की दोषपूर्ण नीति से तंग आकर हम लखनऊ के इको पार्क में अनिश्चितकालीन धरना करेंगे। हमारा यह धरना तब तक चलेगा जब तक कि हमारी सभी मांगों को सरकार मान नहीं लेती है।