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NDA vs INDIA | विपक्ष मणिपुर में पहुंचा सत्ता पक्ष कब लेगा जायजा
संसद के मानसून सत्र में हंगामा चल रहा है। मणिपुर की हिंसा पर राजनीति हो रही है। साथ ही मध्य प्रदेश, राजस्थान में चुनाव से पहले नेताओं के दौरे हो रहे हैं। हालांकि, सबसे ज्यादा चर्चा मणिपुर मुद्दे की रही, जिसमें विपक्ष ने मांग की है कि प्रधानमंत्री संसद में बयान दें। वहीं, सरकार भी विपक्ष पर मणिपुर मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगा रही है।
'जब प्रधानमंत्री मणिपुर मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं तो विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव की रणनीति अपनाई है। प्रधानमंत्री मणिपुर मुद्दे पर बोलने में जितनी देर कर रहे हैं, उससे भाजपा को नुकसान हो रहा है। पीएम इतने संवेदनशील मुद्दे पर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं, यह समझ से परे है।
सरकार को एक सर्वदलीय दल भी मणिपुर भेजना चाहिए था। केंद्र सरकार को मणिपुर सरकार को बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। 90 दिन का समय बीतने के बाद भी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है, ऐसे में यह सरकार की विफलता तो है ही। केंद्र सरकार ने पहले नहीं सोचा था कि यह मामला इतना बड़ा हो जाएगा।
'इंडिया' गठबंधन के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल आज मणिपुर दौरे पर निकला है। ये सांसद हिंसाग्रस्त क्षेत्रों और राहत शिविरों का दौरा कर रहे हैं. चुराचांदपुर में एक राहत शिविर का दौरा करने के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ''इन लोगों का चेहरा देखकर पता चलता है कि ये डरे हुए हैं. इन लोगों को सरकार पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं है. बहुत भयानक स्थिति पैदा हो चुकी है.''