पश्चिम बंगाल

ममता बनर्जी बोलीं- अम्फान तूफान से बंगाल में 72 लोगों की मौत, पीएम मोदी करें राज्य का दौरा

Arun Mishra
21 May 2020 2:43 PM GMT
ममता बनर्जी बोलीं- अम्फान तूफान से बंगाल में 72 लोगों की मौत, पीएम मोदी करें राज्य का दौरा
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अम्फान तूफान ने पश्चिम बंगाल में बड़ी तबाही मचाई है.

अम्फान तूफान ने पश्चिम बंगाल में बड़ी तबाही मचाई है. 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से इस तूफान ने कोलकाता एयरपोर्ट तक को क्षतिग्रस्त कर दिया. कोलकाता के कई इलाकों में पानी भर गया है. पश्चिम बंगाल में तूफान से तबाही कितनी हुई इसका आकलन अभी बाकी है, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का दावा है कि अम्फान से राज्य में 72 लोगों की मौत हुई है. ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य का दौरा भी करने की मांग की है.

ममता बनर्जी ने कहा कि अभी हालात ठीक नहीं हैं. मैं पीएम मोदी से मांग करती हूं कि वो यहां का दौरा करें. मैं भी हवाई सर्वेक्षण करूंगी. लेकिन मैं हालात ठीक होने का इंतजार कर रही हूं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख मुआवजा भी देने का ऐलान किया है.

सीएम ममता ने कहा कि आज हमारी आय शून्य है और हमें चुनौतियों का सामना करना होगा. पूरे बंगाल में 72 लोगों की मौत हुई है. ममता बनर्जी के मुताबिक, कोलकाता में 15, हावड़ा में 7, नॉर्थ 24 परगना में 17, ईस्ट मिदनापुर में 6, साउथ 24 परगना में 18, नादिया में 6 और हुगली में 2 लोगों की मौत हुई है.

ममता बनर्जी ने कहा कि यह भयावह था. कई लोगों ने बताया कि उन्होंने ऐसा पहले नहीं देखा था. अब तक हमें जानकारी मिली है कि पेड़ों के गिरने और बिजली गिरने से 72 लोगों की मौत हुई है.

बंगाल में सबसे ज्यादा तबाही

बता दें कि बुधवार को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अम्फान तूफान ने दस्तक दी थी. 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले अम्फान तूफान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाई है. कोलकाता के कई इलाकों में पानी भर गया है. तूफान का असर कोलकाता एयरपोर्ट पर दिखाई दे रहा है. यहां चारों तरफ पानी भरा हुआ है. 6 घंटे के तूफान अम्फान की तेज हवाओं ने कोलकाता एयरपोर्ट को क्षतिग्रस्त कर दिया. हर तरफ पानी भरा हुआ है. रनवे और हैंगर पानी में डूबे हैं. एयरपोर्ट के एक हिस्से में तो कई इंफास्ट्रक्चर पानी में डूबे हैं.

अम्फान का सबसे ज्यादा कहर पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना, दक्षिणी 24 परगना, मिदनापुर और कोलकाता में रहा. तूफान के टकराने के वक्त दीघा में सीधे खड़े हो पाना भी मुमकिन नहीं था.

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