- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- पश्चिम बंगाल
- /
- WBSSC Scam : पार्थ...
WBSSC Scam : पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को 14 दिनों के लिए भेजा गया जेल
शिक्षक भर्ती घोटाल के आरोप में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को ED की रिमांड के बाद अब 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया है. इससे पहले मामले की जांच के दौरान ईडी ने अर्पिता मुखर्जी की कंपनियों के बैंक खातों से 8 करोड़ रुपये जब्त किए थे. जांच में पता चला था कि अर्पिता मुखर्जी की कंपनियों में भारी मात्रा में धन का शोधन किया गया था.
ED की जांच में पता चला था कि शेल कंपनियों के जरिए कंपनियों के पैसे की हेराफेरी की गई. इतना ही नहीं सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में अर्पिता ने कुछ लोगों के नाम भी बताए जो उनके बेलघोरिया वाले फ्लैट पर पैसे लेकर आते थे. जानकारी मिलने के बाद ईडी की टीम, उस फ्लैट पर पहुंची और सीसीटीवी के फुटेज को खंगाला गया ताकि पता लगाया जा सके कि अर्पिता सच बोल रही हैं या नहीं.
बता दें कि इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के कम से कम पांच बैंक खातों से लेनदेन पर रोक लगाने की प्रक्रिया शुरू की थी, जिनमें जांच एजेंसी को कम से कम दो करोड़ रुपये मिले थे. एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा था कि मुखर्जी की कई "फर्जी कंपनियों" के बैंक खाते भी ईडी की जांच के दायरे में हैं. अधिकारी ने बताया, "मुखर्जी के पांच बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इन खातों में कुल करीब दो करोड़ रुपये मिले हैं. हमें संदेह है कि इन खातों का इस्तेमाल कई लेन-देन करने के लिए किया गया था और आगे की जांच की जा रही है."