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कोलकाता: अभिषेक बनर्जी की सीट पर बीजेपी ने क्यों उतारा कमजोर उम्मीदवार?

Special Coverage News
2 April 2019 10:18 AM IST
कोलकाता: अभिषेक बनर्जी की सीट पर बीजेपी ने क्यों उतारा कमजोर उम्मीदवार?
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पृथ्वीश दास गुप्ता

विश्व की सबसे बड़ी लोकतंत्र हिंदुस्तान की चुनाव को गूगल पर सर्च करने पर बच्चों को मिला, पिछले 5 साल में हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अगर सबसे ज्यादा किसी ने विरोध किया तो वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी है.


अब 2019 की चुनाव के माहौल में पश्चिम बंगाल की 42 सीटों पर भाजपा का दावा है कि 42 में से 20 सीट के ऊपर भाजपा भाजपा को मिलेगा. जहां ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की दावा है कि 42 की 42 सीट ही तृणमूल कांग्रेस को मिल जाएंगी. जिसमें 34 सीट पिछले बार हासिल हुई थी. तृणमूल कांग्रेस को सबसे बड़ी मुद्दा यह है कि पूरे देश भर में चर्चित है. देश भर में आकर्षित है.


पश्चिम बंगाल की चुनाव जिसमें ममता बनर्जी की भतीजे और डायमंड हर्बल लोकसभा चुनाव की उम्मीदवार टीएमसी के उम्मीदवार अभिषेक बैनर्जी है. जिस सीट पर सब की नजर टिकी हुई है. हालांकि पिछले 24 घंटे में डायमंड सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार को लेकर के भाजपा के कार्यकर्ता की नाराजगी उतर आइ है. जो उम्मीदवार भाजपा ने खड़ा किया. वह दमन बीजेपी का कार्यकर्ता नहीं है जिससे उसका जमकर विरोध जताए है. उम्मीदवार को उत्तरी बंगाल से देने की वजह से हर बार डायमंड लोकसभा क्षेत्र के भाजपा के कार्यकर्ता विरोध जता रहे है.


बीजेपी के उम्मीदवार के समर्थन में लिखी हुई प्रचार और दीवार पर उन्होंने वह दीवार पर लिख लिख पूछ लिए हैं. हालांकि इन लोगों का दावा है कि उम्मीदवार ऐसे खड़ा किए जो कि दमन हर्बल से नहीं है. इसके आसपास से भी नहीं है दूर-दूर से लेकर आए. इसका विरोध हम कर रहे हैं और ना हम हम लोग चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे.


अब भाजपा की यह हालत कल के डेट में क्या रंग लाएगा वह देखना है. भाजपा का दावा है कि 20 के ऊपर सीट मिलेंगी वह कितना तक वास्तविकता में आता है यह देखना है आगे चुनाव में. जबकि डायमंड हर बार से उम्मीद होती है. टीएमसी उम्मीदवार है जिनको युवराज के नाम से जाना जाता है. युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष है. जिनका सीट पर सब नहीं नजर डाल कर बैठे हैं पूरे राज्य के लोग पर वहां पर बीजेपी के उम्मीदवार को दिए जाने से नाराज है. जिसमें बीजेपी के ही समर्थक उसके विरोध जता रहे हैं. यही हाल में पूरे राज्य में भाजपा को कितनी सीट मिलने देगा अब यह देखना है.


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