कोलकाता

जादवपुर यूनिवर्सिटी के सह कुलपति प्रोफेसर सामंतक दास की रहस्यमय परिस्थिति में मौत, फंदे पर लटका मिला शव

Shiv Kumar Mishra
21 July 2022 2:38 AM GMT
जादवपुर यूनिवर्सिटी के सह कुलपति प्रोफेसर सामंतक दास की रहस्यमय परिस्थिति में मौत, फंदे पर लटका मिला शव
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जादवपुर यूनिवर्सिटी के सह कुलपति प्रोफेसर सामंतक दास की रहस्यमय परिस्थिति में मौत हो गई

जादवपुर यूनिवर्सिटी के सह कुलपति प्रोफेसर सामंतक दास की रहस्यमय परिस्थिति में मौत हो गई. बुधवार की दोपहर को उनका शव उनके फ्लैट में ही फंदे से लटका हुआ मिला. पुलिस ने इस घटना की जानकारी दी है. परिवार के लोग जब सामंतक दास को बांगुर अस्पताल ले गए तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

वहीं सह कुलपति के आसपास के लोगों से पता चला है कि दास पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन से जूझ रहे थे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि जब प्रोफेसर दास सुबह अपने कार्यालय नहीं आए तो किसी काम के सिलसिले में उन्हें लेने के लिए एक कार भेजी गई.

काफी देर तक उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया गया लेकिन किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. बाद में पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा तो उनका शव छत से लटका मिला. रीजेंट पार्क पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, 'हमने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. हम मामले की आवश्यक जांच भी कर रहे हैं." सामंतक दास की मृत्यु पर शोक व्यक्त करने के लिए छात्र और डिपार्टमेंट के सदस्य परिसर में एकत्रित हुए.

बता दें कि कुलपति की पत्नी ने भी कुछ साल पहले आत्महत्या कर लिया था. विश्वविद्यालय के कुलपति सुरंजन दास ने कहा, "जादवपुर विश्वविद्यालय परिवार ने आज अपने सबसे महत्वपूर्ण पदाधिकारियों में से एक को खो दिया, जो संस्थान का एक प्रमुख चेहरा था. उनका निधन एक बहुत बड़ी क्षति है और इसने एक शून्य पैदा कर दिया है, जिसे भरा नहीं जा सकता.

इसके अलावा जादवपुर यूनिवर्सिटी के कला संकाय छात्र संघ ने कहा, "प्रोफेसर सामंतक दास के असामयिक निधन से हम बिल्कुल दुखी हैं." मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सामंतक दास जादवपुर यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की. पहले वे बीरभूम जिले के बोलपुर-शांतिनिकेतन में विश्व—ारती यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग से जुड़े थे. फिर साल 2005 में वह जादवपुर यूनिवर्सिटी के तुलनात्मक साहित्य विभाग में शामिल हो गए.

साभार न्यूज 18

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