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कहीं खुशी, कहीं गम, ममता बनर्जी आज क्यों कर रही है धरना-प्रदर्शन
कोलकाता। 17वीं लोकसभा में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दूसरी बार आज प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे, वहीं आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने समर्थकों के साथ धरना-प्रदर्शन करने जा रही हैं। ममता बनर्जी 24 परगना में अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठने वाली हैं। ममता के पार्टी में लगातार फूट पड़ने से नाराज़ हैं, और वो पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में जा रहे है। इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री की शपथ में जाने से मना कर दिया। साथ ही चुनाव के दौरान हिंसा में बेघर हुए कार्यकताओं की वापसी की मांग को लेकर धरने पर बैठने का भी ऐलान कर दिया।
इससे पहले मंगलवार को टीएमसी के 2 विधायकों और 50-60 पार्षद बीजेपी में शामिल हुए थे। इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि हम 7 चरणों में टीएमसी विधायकों को बीजेपी में शामिल करवाएंगे। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में चुनाव भी 7 चरण में हुए थे। जिसके बाद विजयवर्गीय ने चुनाव के 7 चरणों की तरह ही विधायकों को बीजेपी के साथ जोड़ने का ऐलान किया था
आपको बतादे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्यौता भेजा था, जिसे उन्होंने अस्वीकार करते हुए आने से मना कर दिया। ममता ने एक चिट्ठी जारी कर लिखा कि बीजेपी ने इस कार्यक्रम में मृत बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवार वालों को बुलाया है और इसे राजनीतिक हत्या करार दिया है। ममता ने कहा कि ये राजनीतिक हत्या नहीं, बल्कि आपसी रंजिशों के मसले हैं. ममता बनर्जी ने चिट्ठी में लिखा था, 'बधाई, नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। आपके संवैधानिक आमंत्रण को मैंने स्वीकार कर लिया था और आपके शपथ ग्रहण समारोह में मैं आने को तैयार थी। लेकिन पिछले कुछ समय में मैंने रिपोर्ट्स देखी हैं कि भारतीय जनता पार्टी कह रही है कि उन्होंने बीजेपी के उन 54 कार्यकर्ताओं के परिवार को भी न्यौता दिया है जिनकी बंगाल में राजनीतिक हत्या कर दी गई है।
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही पश्चिम बंगाल में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. राज्य की कुल 42 लोकसभा सीटों में से टीएमसी को 22 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं बीजेपी ने 18 और कांग्रेस ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी।