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'हम नहीं चाहते बंगाल को सिर्फ हिंसा के लिए जाना जाए', ममता बनर्जी पर भड़के जगदीप धनखड़
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ( Jagdeep Dhankhar ) ने एक बार फिर ममता सरकार ( Mamata Government ) पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हमें भारतीय संविधान की भावना पर ध्यान देने की जरूरत है। यह मेरा कर्तव्य और दायित्व है कि पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन न हो। पश्चिम बंगाल में हाल की घटनाएं दर्दनाक थीं। बंगाल ऐसी घटनाओं से पहले भी रूबरू हो चुका है।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ( Jagdeep Dhankhar ) ने कहा कि बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति में तत्काल सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने हाल ही में कलकत्ता हाईकोर्ट ( High court ) में हुए हंगामे को लेकर कहा कि जो न्याय के मंदिर में जो कुछ भी हुआ वह अभूतपूर्व और चौंकाने वाला था। अगर लोगों की न्याय तक पहुंच बाधित होता है तो साफ है कि प्रदेश में लोकतंत्र नहीं है। हालात, इतने बदतर हैं कि न्याय के मंदिर में गंभीर कर्तव्य निभाने वालों को घेर लिया जाता है। यह स्वीकार्य नहीं है।
राज्यपाल धनखड़ ( Jagdeep Dhankhar ) यही नहीं रुके, उनहोंने कहा कि शासन से संबंधित लोगों को यह देखना चाहिए कि हर मामले की जांच निष्पक्ष होनी चाहिए। बंगाल ऐसा राज्य नहीं हो सकता जो केवल हिंसा के लिए जाना जाए। महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए सुर्खियों आये और जहां नौकरशाही का राजनीतिकरण किया जाता हो। संविधान की प्रस्तावना की अवहेलना की जाती हो।
बता दें कि एक दिन पहले यानि बुधवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata banerjee ) से बातचीत की अपील की है। मुख्यमंत्री की ओर से इस बात की पुष्टि या खंडन होना बाकी है कि क्या उन्होंने राज्यपाल के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है या रिजेक्ट कर दिया है। इस बीच सीएम ममता बनर्जी को लिखे पत्र का हवाला देते हुए धनखड़ ने अपने ट्विट में कहा है कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कलकत्ता हाईकोर्ट परिसर में अशांत और अभूतपूर्व चिंताजनक परिदृश्य के साथ-साथ महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध की हालिया घटनाओं और राज्य में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए सीएम ममता बनर्जी से दिन के दौरान बातचीत करने का आग्रह किया है। खास बात यह है कि बुधवार दोपहर राज्यपाल ने मुख्य सचिव एचके द्विवेदी और पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय से करीब एक घंटे तक कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राजभवन में चर्चा की।