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नीमेश खाखरिया, राजकोट
पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा 14 नवंबर से तीन दिन तक गुजरात दौरे पर रहेंगे। उनका यह दौरा एनजीओ लोकशाही बचाओ अभियान के तहत आयोजित किया जा रहा है जो कि कांग्रेस समर्थित एनजीओ है। इस लिहाज से उनके इस दौरे को नोटबंदी और वर्तमान आर्थिक परिदृश्य पर यशवंत सिन्हा के बीजेपी विरोधी बयान के बाद से कांग्रेस के लिए लाभदायक माना जा रहा है।
इससे पहले भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम भी जीएसटी पर राजकोट के व्यापारियों से बात कर चुके हैं। वहीं सिन्हा भी इस दौरे के दौरान राजकोट, अहमदाबाद और सूरत के व्यापारियों बातचीत करेंगे।
एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बताया, पी चिदंबरम की तरह ही यशवंत सिन्हा का यह दौरा भी कांग्रेस के बैनर तले नहीं होगा। जब सिन्हा और चिदंबरम जैसे लोग नॉन पॉलिटिकल प्लेटफॉर्म पर बोलते हैं तो यह उनके विचारों को दर्शाता है।
तय कार्यक्रम के अनुसार यशवंत 14 नवंबर को अहमदाबाद के ठाकोरेभाई देसाई हॉल में और फिर 15 नवंबर को राजकोट के अरविंद मनियर हॉल में जाएंगे। बता दें कि इससे पहले जीएसटी की आलोचना करते हुए सिन्हा ने कहा था कि जब हम (बीजेपी) विपक्ष में थे तब सरकार पर 'टेक्स टेररेजम' और 'रेड राज' का आरोप लगाते थे।
यशवंत सिन्हा ने कहा था कि आज जो चल रहा है वह भी टेररेजम ही है। सिन्हा ने कहा कि जीएसटी गुड ऐंड सिंपल टैक्स हो सकती थी लेकिन सत्ता में बैठे लोगों ने इसे बैड ऐंड कॉम्प्लिकेटेड टैक्स बना दिया।
वहीं अमित शाह के बेटे जय शाह वाले मामले में भी उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह पर लगे आरोपों का बचाव कर अपना उच्च नैतिक आधार खो दिया है।
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