पेशे से वो एक फुटबॉल रेफरी था। लेकिन इस फुटबॉल रेफरी की करतूतें सुन आप चौंक जाएंगे। इसने लड़की बनकर कई लड़कों को अपने प्रेम जाल में फंसाया और फिर उनके साथ रेप किया। यह मामला नॉर्वे का है। जानकारी के मुताबिक यह रेफरी ऑनलाइन साइटों पर खुद को नाबालिग लड़की बताता था और फिर लड़कों से दोस्ती करता तथा फिर बाद में उनके साथ कुकर्म करता था।
इस रेफरी को नॉर्वे की अदालत ने 16 साल जेल की सजा सुनाई है। इस रेफरी की पहचान हेनरिक के तौर पर हुई है। अदालत ने हेनरिक को आदेश दिया है कि उसने जिन 200 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है उन्हें वो मुआवजा भी देगा। मुआवजे की रकम करीब 18.5 मिलियन क्रॉनर (नॉर्वे में चलने वाली करेंसी) है।
कोर्ट में पीड़ितों का पक्ष रखने वाले प्रमुख वकील क्रिश्चियन लुन्डिन ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह नॉर्वे के इतिहास में किसी मुकदमे के लिए दिया जाने वाला सबसे बड़ा मुआवजा है। जानकारी के मुताबिक 27 साल का हेनरिक नॉर्वे, स्वीडन और डेनमार्क में रहने वाले लड़कों से ऑनलाइन बातचीत करता था और अपना नाम सांद्रा या हेनरिटी बताता था।
वो इन लड़कों से अपनी आपत्तिजनक तस्वीर और वीडियो भी भेजने के लिए कहता था। जब कोई उसे इस तरह की तस्वीरें या वीडियो भेजता था तब वो लड़कों को धमकियां देना शुरू करता था कि वो उनकी तस्वीरें यू्ट्यूब पर डाल देगा। इसके बाद वो लड़कों को मिलने के लिए बुलाता और फिर ब्लैकमेल कर उनके साथ दुष्कर्म करता था।
हेनरिक ने यह घिनौना खेल साल 2011 में शुरू किया। उसने ज्यादातार क्राइम साल 2014-16 के बीच किए। इस केस को देखने रही एक वकील गुरो हैनसन बुल ने बताया है कि इन 2 सालों के दौरान उसने 9-18 साल के बीच के 470 लड़कों का शोषण किया। जांचकर्ताओें ने हेनरी के कम्प्यूटर से 16,000 से ज्यादा ब्लू फिल्में बरामद कीं। अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद उसे अपने किये पर पछतावा है।