कौन है IRS श्रद्धा जोशी और IPS मनोज शर्मा, जिन पर बनी है चर्चित फिल्म 12 FAIL

Who is IRS Shraddha Joshi and IPS Manoj Sharma, on whom the famous film 12 FAIL is made

Update: 2024-01-12 13:17 GMT

होमश्रद्धा जोशीउत्तराखण्ड की मूल निवासी IRS श्रद्धा जोशी, पति IPS मनोज शर्मा पर बनी है चर्चित फिल्म 12 FAIL

उत्तराखण्ड की मूल निवासी IRS श्रद्धा जोशी, पति IPS मनोज शर्मा पर बनी है चर्चित फिल्म 12 FAIL

उत्तर नारी January 08, 2024

उत्तर नारी डेस्क

नए साल के लगते ही फिल्मी थियेटरों में धूम मचाने वाली 12th Fail मूवी 2024 की अब तक की चर्चित मूवी में शुमार हों चुकी है। शायद ही कोई अब तक इस फ़िल्म से अछूता रहा हों। इस फ़िल्म का चर्चा में आने क विषय एक सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवा के कड़े संघर्ष की सच्ची कहानी पर आधारित होना है। जिसने इस फिल्म को देखा, वो भावुक हो उठा।

आईपीएस अधिकारी मनोज शर्मा नाम के युवक की है ये कहानी

फिल्म में मनोज शर्मा नाम के युवक की कहानी दिखाई गई है, जो एक आईपीएस अधिकारी हैं। जो पहली बार बारहवीं में फेल हो जाता है, परंतु अपने कड़े संघर्ष एवं लगन के बलबूते सिविल सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण कर एक आईपीएस बन जाता है। वह मौजूदा दौर में महाराष्‍ट्र कैडर में UPSC 2005 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं। मूलरूप से मध्‍य प्रदेश के मुरैना जिले की जोरा तहसील के गांव बिलगांव के रहने वाले हैं। इस फ़िल्म में उनके संघर्षो को दिखाया गया है कि किन-किन परिस्थितियों में उन्होंने यह परीक्षा पास की और इस सफऱ में उनके साथ उनकी पत्नी IRS श्रद्धा जोशी ने किस तरह उनका साथ निभाया।

IRS श्रद्धा जोशी उत्तराखण्ड की मूल निवासी हैं

12 FAIL फिल्म के हिट होने के बाद लोग आईपीएस मनोज शर्मा और आईएफएस अधिकारी श्रद्धा जोशी के बारे में जानने के लिए गूगल पर सर्च कर रहे हैं। तो आपको बता दें कि श्रद्धा जोशी यूपीएससी 2007 बैच की भारतीय राजस्‍व सेवा की अधिकारी हैं। जो कि मूलरूप से उत्तराखण्ड के अल्‍मोड़ा की रहने वाली हैं तथा बॉटनी के प्रो. गणेश जोशी की पुत्री है।

किस तरह हुई मनोज शर्मा और श्रद्धा जोशी की मुलाकात

बता दें कि यह पूरी फिल्म उत्तराखण्ड की बेटी और दामाद के वास्तविक जीवन पर आधारित है। फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह दोनों की मुलाकात दिल्ली के मुखर्जी नगर में हुई और ये दोस्ती प्यार में बदल गई। इस सफर के दौरान दोनों ने जिंदगी के कई उतार चढ़ाव भी देखें। फ़िर सफलता मिलने के बाद दोनों ने शादी कर ली।

IRS श्रद्धा जोशी ने एक इंटरव्यू में बताया कि मैं UPSC की तैयारी करने अल्‍मोड़ा से दिल्‍ली आई थी। डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की Drishti IAS कोचिंग ज्‍वाइन की। जिस दिन पहली बार कोचिंग गई उसी दिन UPSC प्री का रिजल्‍ट आया था।’ IRS श्रद्धा जोशी आगे कहती हैं कि ‘तब मैं मनोज कुमार शर्मा से पहली बार मिली थी तब इन्‍होंने बिना कोचिंग के यूपीएससी प्री पास की थी। इसके बावजूद मनोज शर्मा बेहद सादगी से मिले। बात की। वह चमत्‍कारिक अनुभव था।’

वहीं, मनोज कुमार शर्मा कहते हैं कि ‘दृष्टि आईएएस कोचिंग में जब श्रद्धा मेरे से यूपीएससी में हिंदी साहित्‍य के टिप्‍स लेने आई थीं तब बोलीं कि क्‍या आप मनोज शर्मा हैं? मैंने हां में जवाब दिया और पूछा कि आप? जवाब था-मैं श्रद्धा अल्‍मोड़ा से। मुझे यह नाम बहुत अच्‍छा लगा था।’

12वीं परीक्षा में एक बार फेल हुए थे मनोज शर्मा

मनोज शर्मा 12वीं परीक्षा में एक बार फेल हो गए थे। फिल्म में भी इस बात का जिक्र हुआ है। मनोज कुमार शर्मा 12वीं में फेल हो गए। वहीं, श्रद्धा जोशी 12वीं में टॉपर रही। ये कहती हैं कि पहले अल्‍मोड़ा उत्तराखण्ड की बजाय उत्तर प्रदेश का ही हिस्‍सा हुआ करता था। उस समय श्रद्धा जोशी ने यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में स्‍टेट लेवल पर 13वीं रैंक हासिल की थी।

दिल्‍ली में तैयारी करते हुए श्रद्धा जोशी का चयन उत्तराखण्ड में डिप्‍टी कलेक्‍टर व मनोज शर्मा चौथे प्रयास में प्रयास में आईपीएस बने। फिर दोनों ने शादी कर ली थी। शादी के बाद श्रद्धा जोशी ने फिर यूपीएससी की परीक्षा दी और इस बार आईआरएस बनीं।

कोटद्वार की अनुराधा भारद्वाज ने उत्तराखण्ड तीरंदाजी लीग में जीता स्वर्ण पदक

पहाड़ के बच्चे अपनी काबिलियत से देश और विदेश में अपनी पहचान स्थापित कर रहे है। उन्हें बस एक मौका चाहिए और उसके बाद तो वह कुछ ऐसा कर दिखाते है जिससे देवभूमि उत्तराखण्ड का सिर गर्व से पहाड़ के बच्चे अपनी काबिलियत से देश और विदेश में अपनी पहचान स्थापित कर रहे है। उन्हें बस एक मौका चाहिए और उसके बाद तो वह कुछ ऐसा कर दिखाते है जिससे देवभूमि उत्तराखण्ड का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है। इसी क्रम में अब खबर कोटद्वार से सामने आ रही हैं। जहां अनुराधा भारद्वाज ने देहरादून में आयोजित प्रथम उत्तराखण्ड तीरंदाजी लीग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर विद्यालय और क्षेत्र का नाम रोशन किया है।

आपको बता दें, कि अनुराधा भारद्वाज भाबर क्षेत्र के अंतर्गत एमकेवीएन सीनियर सेकेंडरी स्कूल कण्वघाटी की कक्षा 11वीं की छात्रा है। स्टेडियम के प्रभारी और तीरंदाजी कोच संदीप डुकलान ने बताया कि दो जनवरी से देहरादून में आयोजित हुई चार दिवसीय इस प्रतियोगिता में भारत के शीर्ष 10 कंपाउड खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया।प्रतियोगिता में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित चार खिलाड़ियों ने भी प्रतिभाग किया।

इस प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड की ओर से टिहरी रेडर टीम के अर्जुन अवार्डी ओजस, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कुशल दलाल और कोटद्वार की राष्ट्रीय खिलाड़ी अनुराधा ने टीम के रूप में प्रतिभाग कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं, अनुराधा भारद्वाज की जीत से परिवार, स्कूल प्रबंधन एवं क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है। शुक्रवार को विद्यालय में आयोजित समारोह में विद्यालय की शिक्षा निदेशिका सिंधु कोठारी ने अनुराधा भारद्वाज का माल्यार्पण कर और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।

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