मौत के बाद बने पति पत्नी, जानिए गुजरात की एक रोचक कहानी
शादी के लिए अपने घरवालों की रजामंदी नहीं मिलने पर एक कपल ने खुदकुशी कर ली थी। फिर उनके परिजनों ने उनके पुतले बनवाकर बारात निकाली और उनके सात फेरे भी करवाए।
अजब प्रेम की गजब कहानी: अभी तक आपने बहुत सी शादी की, प्यार-मोहब्बत की कई किस्से कहानियां सुनी होंगी और देखी भी होंगी। जिनमें कुछ लोग घर से भाग कर शादी करते हैं, तो कुछ अपने परिवार की रजामंदी से करते हैं।
लेकिन अब गुजरात के तापी से एक अजब-गजब प्रेम कहानी का मामला सामने आया है। यहां शादी के लिए अपने घरवालों की रजामंदी नहीं मिलने पर एक कपल ने खुदकुशी कर ली थी। उसके बाद उनके परिवार वालों ने जो किया वो आपको थोड़ा हैरान कर देगा। दरअसल, उनके परिजनों ने उनके पुतले बनवाकर बारात निकाली और उनके 7 फेरे भी करवाए। इसके अलावा उन्होंने पुतलों को पकड़कर हर रस्म पूरी करवाईं।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, लड़के और लड़की के परिवारवालों को ये रिश्ता मंजूर नहीं था जिसकी वजह से उन्होंने उनके प्यार को स्वीकार नहीं किया। दोनों के परिवारवालों ने उनकी शादी करवाने से मना कर दिया। जिसके बाद कपल ने 6 महीने पहले एक दूसरे को गले लगाते हुए आत्महत्या कर ली थी। लड़के का नाम गणेश और लड़की का नाम रंजना बताया जा रहा है। दोनों एक ही गांव नेवाला के रहने वाले थे। अगस्त 2022 में गणेश रंजना को पत्नी बनाकर अपने घर ले पहुंचा, जहां पर परिवारवालों ने इस रिश्ते को अपनाने से मना कर दिया था। इसके बाद परिवार के लोगों ने दोनों को घर से निकाल दिया। कुछ समय बाद दोनों की लाश पेड़ पर एक ही फांसी के फंदे पर लटकते हुए दिखाई दी।
परिवार ने दोनों के पुतलों की करवाई शादी
इसके बाद उनके परिवारवालों को लगा कि दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे. लेकिन जब जिंदा थे तो उनकी शादी को नहीं अपनाया गया। फिर परिजनों ने इस कपल की आत्मा की शांति के लिए प्रतीकात्मक तौर पर दोनों की शादी करवाई। जिसके लिए दोनों के पुतले बनवाए गए और शादी आदिवासी परंपरा के मुताबिक करवाई गई।