श्रीलंका से टूरिस्ट वीजा लेकर कौशाम्बी आई मधुशा का विवाह
दोआबा के युवक ने सरहद पार की युवती को बनाया दुल्हन
कौशााम्बी। बारह साल तक लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले युगल की तीन देश के बीच लिखी गई प्रेम कथा का शनिवार को कौशाम्बी में समापन हो गया। श्रीलंका से टूरिस्ट वीजा लेकर आई युवती ने जिले के युवक के साथ शनिवार को सात फेरे लिए। दोनों की मुलाकात जॉर्डन की एक कपड़ा कंपनी में हुई थी। विदेशी दुल्हन पाकर घर.परिवार में खुशियों का महौल है।
कड़ाधाम कोतवाली क्षेत्र के दारानगर कड़ा धाम के वार्ड नंबर 2 के बुध नगर निवासी लल्लू राम ठेकेदारी करते थे। लल्लू की मौत के बाद करीब 12 साल पहले उनका एक बेटा जॉर्डन कमाने गया था। जहां वह कपड़ा बनाने वाली कंपनी एटलांटा में काम करने लगा। वहीं पर श्रीलंका के कोलंबो के पिलियंदला गांव की मधुशा भी काम करती थी। साथ काम करने के दौरान दोनों में प्रेम हो गया। वह लोग लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे। उम्र बढ़ती जाने पर तीन साल पहले बलराम व मधुशा श्रीलंका गए। वहां पर दोनों ने कोर्ट मैरिज किया।
बलराम की इच्छा थी कि वह अपनी शादी परिवार वालों के सामने करें। उसने अपनी इच्छा पत्नी मधुशा से जाहिर की। मधुशा ने पति की इच्छा का सम्मान करते हुए भारत आने का फैसला कर लिया। काफी प्रयास के बाद 27 अप्रैल को उसे तीन महीने के लिए भारत आने के टूरिस्ट वीजा प्राप्त हो गया। शनिवार को बलराम ने अपने घर में बौद्ध धर्म के रीत रिवाज से धूमधाम से शादी किया। इस वैवाहिक कार्यक्रम में तमाम रिश्तेदार बुलाए गए थे। मधुशा व बलराम शादी से बहुत खुश है और बलराम के परिजन भी इस शादी से बेहद खुश है।