केन्या की क्षेत्रीय संसद में बदबू की वजह से क्यों रोकनी पड़ी सदन की कार्यवाही
दुनिया में कई ऐसी घटनाएं ऐसी घटित होती हैं, जिनपर विश्वास करना उतना ही कठिन होता है
दुनिया में कई ऐसी घटनाएं ऐसी घटित होती हैं, जिनपर विश्वास करना उतना ही कठिन होता है, जितना कि कुछ लोगों का भगवान के अस्तित्व पर यकीन करना। ऐसी घटनाओं पर यकीन इसलिए भी नहीं होता क्योंकि इनको किसी ने होते हुए नहीं देखा होता है, बस उनके होने का अनुमान लगाया जाता है. और इस अनुमान के साथ उसके पीछे का लॉजिक पता लगाने की कोशिश की जाती है।
बतादें कि केन्या की एक क्षेत्रीय संसद में पिछले हफ्ते एक अजीब घटना घटी जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे. वैसे तो आपने संसद में पक्ष-विपक्ष के नेताओं के बीच होने वाली गर्मागर्म बहस को देखा और सुना है। हर देश की संसद में सदस्य हंगामा करते हैं जिस कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ती है, लेकिन पिछले बुधवार को केन्या की संसद में कुछ ऐसा हुआ कि आप भी सुनकर हंस पड़ेंगे. दरअसल संसद की कार्यवाही के दौरान किसी सांसद ने पाद मार दी. जब पाद की बदबू सदन में फैली तो वहां मौजूद सदस्य एक-दूसरे पर आरोप लगाने लगे।
केन्या की एक क्षेत्रीय संसद में किसी मुद्दे पर गर्मागर्म बहस चल रही थी. इसी दौरान पाद की बदबू आने से सदन का माहौल बदल गया. पहले एक सांसद ने दूसरे पर पादने का आरोप लगाया. इसके बाद सदन में मौजूद अन्य सदस्य भी एक-दूसरे पर पादने के आरोप लगाने लगे. जिस संसद में थोड़ी देर पहले देश के प्रमुख मुद्दे पर बहस हो रही थी, देखते ही देखते लोग पाद मारने के मुद्दे पर एक-दूसरे से लड़ने लगे।
संसद के एक सदस्य ने स्पीकर से दूसरे सांसद के खिलाफ सदन में वायू प्रदूषण करने का आरोप लगाया और कहा कि इसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए. वहीं दूसरे सदस्य ने भी आरोपों को अस्वीकार कर कहा कि उन्होंने पाद नहीं मारी है। माहौल खराब होते देख स्पीकर को संसद की कार्यवाही 10 मिनट के लिए रोकनी पड़ी. सदस्य नाक दबाकर सदन से बाहर निकले. इसके बाद संसद के कर्मचारियों ने रूम फ्रेशनर के जरिए सदन में खुशबू का छिड़काव किया. फिर दोबारा सदस्य अपनी सीट पर आए और सदन की कार्यवाही सुचारू हो सकी।