पटना।बिहार में 103 निजी अस्पतालों को कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज की मंजूरी दी गयी है। हालांकि, अब भी विभिन्न जिलों में सौ से अधिक आवेदन स्वीकृति के लिए लंबित हैं। इनमें सर्वाधिक पटना के ही विभिन्न निजी अस्पतालों द्वारा दिए गए आवेदन हैं।
वहीं, राज्य के बिना मंजूरी प्राप्ति के ही कई निजी अस्पतालों में धड़ल्ले से कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज फिर शुरू हो गया है।स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना के दूसरे चरण में संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए पहली बार निजी अस्पतालों को भी कोरोना से मुकाबले, संक्रमित मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने और अधिक से अधिक मरीजों की जीवन रक्षा के उद्देश्य से निजी अस्पतालों को भी इलाज की मंजूरी दी गयी थी।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार पटना में ही कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 90 निजी अस्पतालों को मंजूरी प्रदान की गयी है। वहीं, अन्य जिलों में एक या दो अस्पतालों को मंजूरी प्रदान की गयी है। इन अस्पतालों में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज ऑक्सीजन की कमी और अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण भर्ती हुए थे।
अधिकांश जिलों में मरीज की हालत बिगड़ने पर पटना के सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों पर भारी दबाव था। कोरोना की तीसरी लहर के दौरान वर्तमान में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अपेक्षाकृत बहुत कम है, इसलिए इन अस्पतालों में अधिकांश ऑक्सीजन युक्त बेड खाली हैं।