अज़ीज़ा फ़ातिमा इमाम

इनको समाजिक कार्य की वजह कर 1973 में राजसभा का सदस्य बनाया गया। और 11 साल तक इसकी सदस्य रहीं। ज्ञात हो के लेडी अनीस इमाम भी 1937 में बिहार विधान परिषद की सदस्य चुनी गईं थी।

Update: 2021-10-24 11:03 GMT

अज़ीज़ा फ़ातिमा इमाम का जन्म 20 फ़रवरी 1924 को पटना में हुआ था। इनके वालिद का नाम डॉक्टर वली अहमद और वालिदा का ख़दीजा अहमद था।

बचपन में ही इन्हें, इनकी ख़ाला लेडी अनीस इमाम ने गोद ले लिया। इनके ख़ालु सर अली इमाम थे।बचपन से ही बहुत ज़हीन थीं। कई ज़ुबान सीख ली। पढ़ाई मुकम्मल कर समाजिक कार्य में लग गई।

इनको समाजिक कार्य की वजह कर 1973 में  राजसभा का सदस्य बनाया गया। और 11 साल तक इसकी सदस्य रहीं। ज्ञात हो के लेडी अनीस इमाम भी 1937 में बिहार विधान परिषद की सदस्य चुनी गईं थी।

इनकी शादी नक़ी इमाम से हुई, जो पटना हाई कोर्ट में जज थे।इनके भाई कर्नल महबूब अहमद आज़ाद हिंद फ़ौज के बड़े अफ़सर थे, जो आज़ादी के बाद विभिन्न देशों में भारत के दूत बने।इनके चचा मौलाना शफ़ी दाऊदी थे, जिन्होंने भारत की आज़ादी में अहम रोल अदा किया था।ज़हरा दाऊदी, जैसी इंक़लाबी महिलाएँ इनकी रिश्तेदार थीं। और बेगम ज़ुबैदा दाऊदी जैसी महिला स्वतंत्रता संग्राम की सेनानी तो इनकी अपनी चाची थीं।

इनका इंतक़ाल 22 जुलाई 1996 में हुआ, इन्हें पटना के फुलवारी स्थित बाग़ ए मूजिबिया क़ब्रिस्तान में दोनो माँ और भाई के बग़ल में दफ़न किया गया।

- मोहम्मद उमर अशरफ़


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