बिहार सरकार ने जारी किए जातिगत जनगणना के आंकड़े, 63% ओबीसी, 15.52% जनरल, जानिए- बिहार में किस जाति की कितनी आबादी?
बिहार में यादव बिरादरी की आबादी सबसे ज्यादा है. यहां पर यादव बिरादरी के करीब 14 फीसदी लोग रहते हैं.
बिहार : अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में जाति जनगणना के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं. बिहार सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में सबसे ज्यादा संख्या अति पिछड़ा वर्ग की है. पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग मिलाकर कुल 63 फीसदी आबादी है. यादव बिरादरी की संख्या 14 फीसदी है. जबकि ब्राह्मणों की संख्या करीब 4 फीसदी है. करीब 20 फीसदी लोग अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं.
गांधी जयंती के अवसर पर बिहार सरकार की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों में जाति के आधार पर देखा जाए तो यहां पर सबसे अधिक अति पिछड़ा वर्ग (EBC) की आबादी है और इनकी संख्या 36.01 फीसदी है. इसके बाद ओबीसी (पिछड़ा वर्ग) का नंबर आता है और इनकी संख्या 27.13 फीसदी है. तीसरे नंबर पर सामान्य वर्ग (15.52 फीसदी) आबादी है.
बिहार में यादवो का आबादी सबसे ज्यादा
प्रदेश में यादव बिरादरी की आबादी सबसे ज्यादा है. यहां पर यादव बिरादरी के करीब 14 फीसदी लोग रहते हैं. यादव बिरादरी में ग्वाला, अहीर, घासी, सदगोप और मैहर जैसी कई अन्य जाति भी शामिल की गई हैं.
1- बिहार में कुल आबादी 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 है.
2- बिहार में 27% ओबीसी (पिछड़ा वर्ग) की आबादी है.
3-- राज्य में अत्यंत पिछड़ा वर्ग की आबादी 36% है.
4- बिहार में SC वर्ग की आबादी 19% है.
5- अनुसूचित जनजाति यानी ST वर्ग की आबादी 1.68% है.
6 - बिहार में अनारक्षित (जनरल) की तादाद 15.52% है.
7- ब्राह्मणों की आबादी 3.66 प्रतिशत है.
8 - बिहार में भूमिहार की आबादी 2.86 फीसदी है. बिहार में यादवों की आबादी 14 फीसदी है.
9- बिहार में कुर्मी समुदाय की जनसंख्या 2.87 फीसदी है. मुसहर की आबादी 3 फीसदी है.
10 - बिहार में राजपूतों की आबादी 3.45 फीसदी है.