बिहार के कई जिलों में आधी-तूफान से तबाही, 3 की मौत
सहरसा जिले में आंधी में घर गिरने से एक व्यक्ति की दबकर मौत हो गई, जबकि मधेपुरा में ठनका के चपेट में आने से दंपती की मौत हो गई।
कोसी, सीमांचल और पूर्वी बिहार के जिलों में सोमवार की देर रात आई आंधी-बारिश से एक ओर जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। आंधी में पेड़ और बिजली के खंभे गिरने तथा तार टूटने से बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। सहरसा जिले में आंधी में घर गिरने से एक व्यक्ति की दबकर मौत हो गई, जबकि मधेपुरा में ठनका के चपेट में आने से दंपती की मौत हो गई।
सुपौल जिले में सोमवार की रात गरज के साथ आंधी बारिश से मक्का, मूंग और आम-लीची को नुकसान हुआ है। तेज हवा और बारिश से बिजली आपूर्ति चरमरा गई। शहरी क्षेत्र में आठ तो ग्रामीण इलाके में 18 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। सहरसा जिले में भी आंधी व पानी ने जमकर तबाही मचाई। आंधी में कई घरों के छप्पर समेत फूस के सैकड़ों घर उड़ गये।
वहीं कहरा प्रखंड की दिवारी पंचायत के धकजरी में घर गिरने से उसमें दबकर एक ब्यक्ति की मौत हो गयी। आंधी पानी मक्का सहित आम और अन्य फसलों को काफी नुकसान हुआ। जबकि मधेपुरा जिले के ग्वालपाड़ा प्रखंड में ठनका की चपेट में आने से पति- पत्नी की मौत हो गयी। सीमांचल के जिलों में आंधी-बारिश का बहुत अधिक असर नहीं रहा। हालांकि बारिश के कारण किशनगंज जिले के ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रही।
पूर्वी बिहार के मुंगेर जिले में आंधी-बारिश के कारण मक्के की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं आंधी से आम के टिकोले भी झड़ गये। बारिश से कई कच्चे मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। कई जगहों पर पेड़ गिर जाने के कारण बिजली का तार टूट गया जिससे घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रही।
खगड़िया जिले में बारिश से बिजली की आपूर्ति चरमरा गई। कुछ जगहो पर मक्के की फसल को नुकसान हुआ। बांका जिले में सोमवार की रात आई आंधी और बारिश से फसल को नुकसान हुआ है।