उपेंद्र कुशवाहा के बिगड़े बोल, 'सीता माता' को लेकर की अभद्र टिप्पणी, देखें- VIDEO
राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान कुछ ऐसा कहा जो बेहद अभद्र है।
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में राजनेता कुछ ज्यादा ही मुखर हैं और उनके मुखारबिंद से जमकर बयानबाजियां हो रही हैं। वोटर को कैसै खुश रखना है सारा ध्यान इसपर हैआखिर हो भी क्यों ना चुनावी महासमर में उनको दिल्ली की रास्ता दिखाने वाले ये वोटर ही तो हैं। बयान देते समय या किसी पर टिप्पणी (Comment) करते समय अक्सर या तो नेताओं की जुबान फिसल जाती है या वो जानबूझकर कुछ ऐसा बोलते हैं जिनसे वो सुर्खियों में बने रहें।
वैसे ऐसे नेताओं की कमी नहीं जो जानबूझकर ऐसा कुछ बोलते हैं जिनसे उनका जिक्र गाहे-बगाहे होता ही रहे, कुछ ऐसा ही हुआ जब राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान कुछ ऐसा कहा जो बेहद अभद्र है।
#WATCH Upendra Kushwaha, RLSP in Darbhanga: In Ram leela when the curtain rises a person comes dressed as Sita mata.....people who watch Ram leela bow their heads out of respect, if you go behind curtain the same Sita ji can be seen smoking a cigarette. This is the face of BJP. pic.twitter.com/2Z1wepXCcH
— ANI (@ANI) April 25, 2019
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, रामलीला में जब पर्दा उठता है एक व्यक्ति सीता माता की ड्रेस में आता है और जो लोग रामलीला देख रहे होते हैं उनका सिर श्रद्धा से झुक जाता है लेकिन यदि आप पर्दे के पीछे जायेंगे तो आपको वही सीताजी सिगरेट पीते हुए दिख जायें, कुछ ऐसा ही चेहरा बीजेपी का है।'
उपेंद्र कुशवाहा की यह टिप्पणी करोड़ों लोगों की आस्था पर चोट है, उपेंद्र कुशवाहा पहले भी विवादित बयान देते रहे हैं। गौरतलब है कि काफी समय एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर नाराज चल रहे राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने दिसंबर 2018 में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।
कुशवाहा केंद्र सरकार में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री की जिम्मेदारी निभा रहे थे। इस्तीफा देने का ऐलान करते हुए कुशवाहा ने कहा कि पीएम मोदी जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए।
कुशवाहा ने कहा था, 'बिहार जहां खड़ा था आज भी वहीं खड़ा है और बिहार कोई स्पेशल पैकेज नहीं मिला। नौकरियों में पिछड़ी जातियों का हक मारा गया। बिहार को लगा था कि उसके अच्छे दिन आएंगे लेकिन स्थिति जस की तस रही। केंद्र सरकार ने आरएसएस को एजेंडा लागू करने की कोशिश की। बिहार के उपचुनाव में हमें सीटें लड़ने को नहीं दी गईं, हमारी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश हुई।' उपेंद्र कुशवाहा बिहार में सीट बंटवारे को लेकर नाखुश चल रहे थे।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कुशवाहा ने दावा किया था कि सभी 40 सीटों पर महागठबंधन की जीत सुनिश्चित है। उल्लेखनीय