Begusarai Districts News बेगूसराय:आकांक्षी 112 जिलों में बेगूसराय का शिक्षा में नीचे से दूसरा स्थान

Update: 2022-04-24 04:31 GMT

शिवानंद गिरी 

Begusarai Districts Newsबेगूसराय: भले ही सरकार बेगूसराय के विकास का दावा करे लेकिन शिक्षा का क्या हश्र है जो विभाग की एक रिपोर्ट से समझ में आ जाता है। शिक्षाविद इस रिपोर्ट के बाद काफी चिंतित नजर आ रहे हैं।

आकांक्षी जिले में शामिल बेगूसराय जिला शिक्षा और फाइनेंस एंव स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में काफी पिछड़ा हुआ है। पूरे देश के कुल 112 आकांक्षी जिले में बेगूसराय का शिक्षा के क्षेत्र में 111वां स्थान है। वहीं वित्तीय समावेशन जैसे कोशल विकास के क्षेत्र में जिले का पूरे देश में 89वां स्थान है। केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में जिले का स्थान कुछ बेहतर है। जिसके कारण फरवरी में बेगूसराय ओवरआल पूरे देश में 48वें स्थान पर रहा।

शिक्षा और फाइनेंस एवं स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में पिछड़े होने के कारण जिले को इस दो क्षेत्र में विशेष कार्य करने का निर्देश दिया गया है।

दरअसल शुक्रवार को सहकारिता मंत्रालय के संयुक्त सचिव अभय कुमार की अध्यक्षता में कारगिल भवन में आकांक्षी जिले के कार्यक्रम की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि आदि योजना की समीक्षा की।

नहीं पढ़ पाते है वर्ग तीन के बच्चे किताब

संयुक्त सचिव ने शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान जिले में स्कूलों की स्थिति, स्कूलों में शौचालय, शिक्षक-छात्र अनुपात के साथ-साथ लर्निंग आउटकम में वृद्धि के लिए की जाने वाले प्रयासों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। साथ ही वर्ग तीन, पांच और आठ के लर्निंग आउटकम की तुलनात्मक समीक्षा के क्रम में वर्ग आठ में लर्निंग आउटकम को बेहतर करने का निर्देश दिया।

जानकारी के अनुसार जिले के सरकारी स्कूलों में वर्ग तीन और पांच के बच्चों में भाषा का ज्ञान नहीं है वे ठीक से किताब भी नहीं पढ़ पाते हैं जबकि आठवीं के बच्चे ठीक से गणित नहीं बना पाते हैं।

आधारभूत संरचना के लिए तीन करोड़

इससे पहले डीएम ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि आकांक्षी जिले के तहत जनवरी 2019 में ओवरआल प्रदर्शन में छठा रैंक, जनवरी 2020 में स्वास्थ्य एवं पोषण में तीसरा रैंक, नवम्बर 2021 में आधारभूत संरचना में जिला को नौवां स्थान मिला है। बेगूसराय जिला जनवरी 2019 में ओवर आॅल प्रदर्शन के लिए पुरस्कार स्वरूप पांच करोड़ रुपए मिले जबकि जनवरी 2020 में स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में तीन करोड़ मिले। जबकि नवंबर 2021 में आधारभूत संरचना के लिए क्षेत्र में प्रदर्शन के लिए तीन करोड़ रुपया का पुरस्कार मिला।

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