नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला,प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के तहत मिलेगा काम और ड्यूटी न करने वाले 11 डॉक्टरों किये बर्खास्त
बिहार कैबिनेट में 11 डॉक्टरों को बर्खास्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई जो पिछले कई वर्षों से अपने कार्यस्थल से नदारद थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल की आज बैठक हुई, जिसमें बिहार लौटे प्रवासी मजदूरों को अब मनरेगा के तहत रोजगार देने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई. सूत्रों के मुताबिक अब बिहार में मनरेगा के तहत जल संचय के कार्य भी किए जाएंगे. प्रदेश में अब तालाब और जल संचय से जुड़ी सभी प्रकार की योजनाओं का जीर्णोद्धार मनरेगा के तहत करवाया जाएगा.
कैबिनेट की मुहर लगने के बाद अब राज्य में 5 एकड़ तक के जलाशयों का निर्माण मनरेगा के तहत करवाया जाएगा जिसने प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिलेगा. वहीं दूसरी तरफ बिहार कैबिनेट में 11 डॉक्टरों को बर्खास्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई जो पिछले कई वर्षों से अपने कार्यस्थल से नदारद थे.
कौन से डॉक्टर्स हुए बर्खास्त-
1. डॉ. ओ पी लाल, चिकित्सा पदाधिकारी रोहतास
2. डॉ. कमरान हबीब चिकित्सा पदाधिकारी बांका
3. डॉ. नित्यानंद पाठक चिकित्सा पदाधिकारी, सुपौल
4. डॉ. याकूब सांगा, चिकित्सा पदाधिकारी सारण
5. डॉ. इंद्र मोहन कुमार चिकित्सा पदाधिकारी, सिवान
6. डॉ सुनीता कुमारी, चिकित्सा पदाधिकारी गोपालगंज
7. डॉ. हारून रशीद चिकित्सा पदाधिकारी कटिहार
8. डॉ. रेनू कुमारी चिकित्सा पदाधिकारी कटिहार
9. डॉ. सविता कुमारी शर्मा चिकित्सा पदाधिकारी छपरा
10. डॉ. अबू सुफियान चिकित्सा पदाधिकारी सहरसा
11. डॉ मोहम्मद तनवीर आलम चिकित्सा पदाधिकारी, कटिहार