सरकार विदेशी साम्राज्यवाद को खुश करने के लिए देश को बाँटने में लगी है।कश्मीर के बहाने देश के संविधान को खत्म करने पर तुली है।आज देश में अमनपसंद और संविधान में विश्वास करनेवाली जनता की व्यापक एकता और फासीवादी ताकतों के खिलाफ संघर्ष समय की माँग है।
कश्मीर के बहाने संविधान पर केन्द्र सरकार द्वारा किए जा रहे हमले के खिलाफ वामपंथी दलों ने प्रतिरोध को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधायक एवं सी०पी०आई०(एम०) के राज्य सचिव मंडल सदस्य राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कही।उन्होनें सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए जनांदोलन की वकालत की।उन्होनें कहा कि आज अंग्रेजी साम्राज्यवाद के सेवक देश की जनता को दिग्भ्रमित कर केन्द्र की सत्ता पर काबिज होने के बाद एक बार पुनः अमेरिकी साम्राज्यवाद के हितों के अनुरूप आर्थिक नीतियों के द्वारा देश की अर्थव्यवस्था को धवस्त कर रही है।
सी०पी०आई० के जिला सचिव मंडल सदस्य अनिल अंजान ने देश में हिटलरशाही के अनुयायी केंद्र की भाजपा सरकार जनता को गैर संवैधानिक ढंग से कुचलने में लगी है ।वामपंथी दल इस सरकार की संविधान विरोधी कदमों का विरोध सड़क से संसद तक लड़ेंगे।
प्रतिरोध मार्च बेगूसराय स्टेशन परिसर से शुरु हो कर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर चौक तक निकाला गया जहाँ वह सभा में तब्दील हो गया।सभा की अध्यक्षता पूर्व विधानपार्षद उषा सहनी ने की।
सी०पीआई० (एम०एल०) के नेता दीपक सिन्हा ने केन्द्र सरकार को नाजीवादी और फासिस्ट करार दिया। सभा को सी०पी०आई०(एम) के सुरेश यादव, सुरेश प्रसाद सिंह, विनीताभ, रामाशीष राय, सूर्य नारायण रजक,सी०पी०आई०के प्रह्लाद सिंह, टुनटुन दास,रामागार सिंह, राम उजागर सिंह, पंचानंद सिंह, माले के बैजू सिंह, राजेश श्रीवास्तव, ए०आई०एस०एफ०के जिलाध्यक्ष सजग सिंह ,डी०वाई० एफ०आई० के सचिव अजय यादव, आइसा के वतन कुमार समेत अन्य नेताओं ने संबोधित किया।