पटना। सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को बिहार में आई बाढ़ को लेकर सदन में जवाब दिया कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की 26 टीमों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लगभग 1,25,000 लोगों को सुरक्षित बचाया है। 199 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, 676 सामुदायिक रसोईघर स्थापित किए गए हैं, ऐसे और कदम उठाए जाएंगे। सीएम ने बताया कि बिहार में अब तक बाढ़ के कारण 25 लोगों की मौत हुई है। बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत कार्य चलाया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर और भी राहत शिविर खोला जाएगा।
सीएम नीतीश कुमार बाढ़ से प्रभावित हुए रास्ते पर बोले कि पथ निर्माण विभाग को सड़कों की मरम्मत का निर्देश 'पानी कम होने पर जल्द सड़क बनाने का निर्देश कोसी नदी में 15 साल का सबसे ज्यादा जलस्तर वर्तमान में बागमती नदी का तटबंध सुरक्षित, बाढ़ के कारण 335 ग्रामीण पथ क्षतिग्रस्त हो गया है। पथ निर्माण विभाग को यातायात बहाल करने का निर्देश दिया गया है।
बाढ़ प्रभावित एरिया में ओआरएस और डायरिया की दवा वितरण किया जा रहा है। राहत बचाव के लिए विशेष निर्देश दिया गया है। मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था की गई है। कमला नदी का खतरे के निशान से दो फिट उपर बहाव हुआ। फसल नुकसान और मवेशियों की मौत पर मुआवजा दिया जाएगा।
बिहार विधानपरिषद की कार्यवाही शुरू होने पर आरजेडी ने बाढ़ को लेकर लाया कार्यस्थगन कार्यकारी सभापति ने प्रस्ताव किया अस्वीकृत कर दिया इससे पहले बिहार में बाढ़ की स्थिति को लेकर राज्य विधानसभा के बाहर विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन भी किया।