बिहार में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 28 दिसंबर से शुरू, लेकिन राहुल गांधी नहीं होंगे शामिल

Update: 2022-11-13 13:17 GMT

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा लगातार जारी है। राहुल गांधी अब तक दक्षिण भारत के कई राज्यों में शिरकत कर चुके हैं और लगातार जनसमर्थन जुटाने में लगे हुए हैं। इस बीच अब उत्तर भारत में भी भारत जोड़ो यात्रा की तैयारी शुरू हो गई है। दरअसल, आज राजधानी पटना में कांग्रेस के कई बड़े दिग्गजों का जुटान हो रहा है। आज राजधानी पटना में प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में एक आवश्यक बैठक बुलाई है, इस बैठक में राज्य स्तर के कई बड़े नेता शामिल हुए।

बिहार में भारत जोड़ो यात्रा का प्रारूप तैयार

मिली जानकारी के मुताबिक, बिहार में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा बांका के मंदार से 28 दिसंबर को शुरू होगी। कांग्रेस नेता के मुताबिक, लगभग 1200 किलोमीटर के सफर के बाद यात्रा का समापन बोधगया में होगा। राज्य में भारत जोड़ो यात्रा 50 दिनों तक चलेगी और यह 30 जिलों से होकर गुजरेगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह ने सदाकत आश्रम में पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। हालांकि, इस यात्रा में राहुल गांधी शामिल नहीं होंगे। आपको बता दें कि, इस बैठक में भारत जोड़ो यात्रा कार्यक्रम के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर एवं पूर्व मुख्यमंत्री सांसद दिग्विजय सिंह एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के प्रमुख एवं सांसद जयराम रमेश, बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास समेत अन्य नेता पहुंचे हैं। जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह आज सिर्फ एक दिन के दौरे पर ही पटना पहुंचे थे।

आपको बता दें कि, कन्याकुमारी से शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों महाराष्ट्र जिले में है। जानकारी के मुताबितक पिछले 66 दिनों से राहुल गांधी के नेतृत्व में यह यात्रा लगातार आगे बढ़ रही है।

राहुल के बिना कैसी होगी पदयात्रा

बांका के मंदार से 28 दिसंबर को बिहार में हो रहे कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी के बिना कितना कारगर होगी, फिलहाल ये सबसे बड़ा सवाल है। वैसे देखा जाएं तो बिहार में कांग्रेस का काडर पहले की तरह मजबूत नहीं है, और जो है भी वो गुटबाजी की वजह से छिटके हुए है। पदयात्रा में राहुल गांधी का शामिल ना होना जानकारों का रास नहीं आ रहा है। भारत जोड़ो यात्रा की दिख रही भीड़ राहुल गांधी की वजह है, लेकिन अगर बिहार में राहुल गांधी नहीं होंगे तो कैसे भीड़ जुटेगी। 





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