बिहार में बंट रहा है रोजगार, दस लाख के बाद उन्नीस लाख की पहुंची दूसरी खेप!
Employment is being distributed in Bihar
बिहार विधानसभा चुनाव में अब रोजगार की बहार, क्या फिर भी नितिशे कुमार है. हां अब भी सवाल बना हुआ है. जहां सर्वे के मुताबिक़ नीतीश कुमार बड़ी बढत बनाकर आगे चल रहे है तो राजद और कांग्रेस पीछे से जोरदार झटका देते नजर आ रहे है. लेकिन रोजगार के बाण फेंककर तेजस्वी ने सबको चारो खाने चित्त कर दिया.
जब पहली रोजगार की खेप लेकर राजद के सीएम पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव मैदान में उतरे तो बीजेपी और जदयू ने जल्दी से एक सवाल दाग दिया. कि इतनी तादात में रोजगार आयेग कैसे और उसकी सेलरी के रूप में कई हजार करोड़ का बजट कहां से आएगा. इसके डिटेल उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने वाकायदा शेयर भी कर दी. लेकिन जिस तरह सेनीतीश कुमार की रैली में लालू जिंदाबाद के नारे ;लगे और तेजस्वी की सभा में भीड़ उमड़ी है एनडीए के नेत्रत्व की नीद उड़ गई.
आनन फानन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रोजगार के दुगनी बड़ी खेप लेकर बिहार में उतरी और युवाओं को ढूढकर रोजगार देने की बात कही क्योंकि खेप में उन्नीस लाख पद लेकर आई थी. अब दोनों दल उनत्तीस लाख लोंगों को रोजगार के लिए तलाश कर रहे थे. लेकिन दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने वाले अब उन्नीस लाख की दूसरी खेप में किसको रोजगार देंगे कहना मुश्किल था. क्योंकि दो करोड़ के चक्कर में युवा दो बार ठगा जा चुका था.
अब में उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी से पूंछ रहा हूँ अब उन्नीस लाख रोजगार के लिये डबल धन किस मद से बिहार सरकार देगी. क्योंकि आपने तो दस लाख पर सवाल खड़ा किया है और आपके सहयोगी दल ने भी सवाल किया है अब डबल तादात में रोजागर की बात करके युवा को फिर ठगने तो नहीं निकल पड़े हो. लेकिन मतदान के समय तक क्या स्तिथि बनेगी अभी नहीं कहा जा सकता है लेकिन आज एक बात साफ़ है कि एनडीए की सरकार नहीं बनेगी. यह बात एनडीए मान चुका है वरना रोजागर की बात बिहार में नहीं करता क्योंकि यहाँ तो बहार है. नीतिशे कुमार क्योंकि युवा बेरोजगार है?